खिचड़ी स्कैम मामले में शिवसेना यूबीटी नेता को ED ने भेजा समन, ईडी कार्यालय पहुंचे अमोल कीर्तिकर

Amol Kirtikar: मुंबई के उत्तर-पश्चिम लोकसभा सीट से शिवसेना यूबीटी उम्मीदवार अमोल कीर्तिकर को आज ईडी ने समन भेजा है. कोविड महामारी के दौरान हुए कथित ​​खिचड़ी घोटाला मामले में जांच एजेंसी ने उन्हें समन जारी किया है.
ED Summon

अमोल कीर्तिकर

Amol Kirtikar: मुंबई के उत्तर-पश्चिम लोकसभा सीट से शिवसेना यूबीटी उम्मीदवार अमोल कीर्तिकर को आज ईडी ने समन भेजा है. कोविड महामारी के दौरान हुए कथित ​​खिचड़ी घोटाला मामले में जांच एजेंसी ने उन्हें समन जारी किया है. शिवसेना उम्मीदवार पेश होने के लिए ईडी कार्यालय पहुंच चुके हैं. अमोल कार्तिकर को उत्तर पश्चिम मुंबई सीट से टिकट देकर उद्वव गुट ने अपना उम्मीदवार बनाया है.

बता दें कि कोरोना महामारी के दौरान कथित खिचड़ी घोटाला हुआ था. इस प्रकरण में जब पुलिस ने शिकायत दर्ज कर जांच शुरू की तो सामने आया कि बीएमसी से 6 करोड़ से अधिक की धोखाधड़ी की गई है. मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने खिचड़ी घोटाला मामले में पहले भी जांच की थी.

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क्या है यह पूरा मामला? 

बता दें कि जब देश में कोरोना संकट आया था तो बीएमसी यानि कि बृहनमुम्बई महानगरपालिका ने प्रवासी मजदूरों को खिचड़ी बांटने का फैसला किया. जांच एजेंसी ने बताया कि खिचड़ी पैकेट की आपूर्ति के लिए बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) द्वारा ‘फोर्स वन मल्टी सर्विसेज’ (जिसके पास ‘खिचड़ी’ का ठेका गया था) के बैंक खाते में 8 करोड़ रुपये की राशि ट्रांसफर की गई थी.

संजय राउत पर भी लगे थे आरोप

भाजपा नेता किरीट सोमैया द्वारा लगाए गए आरोपों के अनुसार, सेना यूबीटी नेता संजय राउत के भाई और बेटी को भी लॉकडाउन अवधि के दौरान खिचड़ी की आपूर्ति के लिए ठेकेदारों से धन मिला .बाद में प्रवर्तन निदेशालय ने मामले में संजय राउत का बयान दर्ज किया.आर्थिक अपराध शाखा की प्रारंभिक जांच के आधार पर, भारत दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मुंबई पुलिस द्वारा मामले में पहली सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) दर्ज किए जाने के बाद जांच की गई.

कोरोना महामारी के दौरान मुंबई में रह रहे प्रवासी मजदूरों को 250 ग्राम खिचड़ी दी जानी थी. लेकिन इसके जगह पर 125 ग्राम कर दिया गया. जैसे ही इसका खुलासा हुआ तो मामले को ईडी को ट्रांसफर कर दिया गया.

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