Indian Army And Navy Chief: भारतीय सेना के इतिहास में पहली बार… 2 क्लासमेट बने सेना और नौसेना के प्रमुख, पूरा किस्सा जानकर हैरान हो जाएंगे आप

Indian Army And Navy Chief: रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ए भारत भूषण बाबू ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' पर एक पोस्ट किया. पोस्ट में उन्होंने बड़ी ही हैरान करने वाली जानकारी दी
For the first time in Indian history two classmates will be chiefs of Indian Army and Navy together

भारतीय सेना के इतिहास में पहली बार... 2 क्लासमेट बने सेना और नौसेना के प्रमुख

Indian Army And Navy Chief: भारतीय सेना इतिहास में पहली बार कुछ ऐसा होने वाला है, जिसे कई लोग चौंक जाएंगे. दरअसल, भारतीय सैन्य इतिहास में पहली बार दो सहपाठी भारतीय सेना और नौसेना के प्रमुख नियुक्त हुए हैं. भारतीय सेना के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी और भारतीय नौसेना के प्रमुख एडमिरल दिनेश त्रिपाठी एक साथ सेवा प्रमुख नियुक्त हुए हैं. रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ए भारत भूषण बाबू ने इस बात की जानकारी दी है.

कक्षा 5वीं-A तक एक साथ स्कूल में पढ़ते थे दोनों अधिकारी

रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ए भारत भूषण बाबू ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर एक पोस्ट किया. पोस्ट में उन्होंने बड़ी ही हैरान करने वाली जानकारी दी. उन्होंने कहा कि भारतीय सैन्य इतिहास में पहली बार नौसेना और थलसेना प्रमुख एक ही स्कूल से हैं. दो प्रतिभाशाली छात्रों को शिक्षित करने का यह दुर्लभ सम्मान मध्य प्रदेश के रीवा स्थित सैनिक स्कूल को जाता है. 50 साल बाद अपनी-अपनी सेनाओं का नेतृत्व करेंगे. न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, मध्य प्रदेश के सैनिक स्कूल रीवा से निकले नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश त्रिपाठी और सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी 1970 के दशक की शुरुआत में कक्षा 5वीं-A तक एक साथ स्कूल में पढ़ते थे. दोनों अधिकारियों के रोल नंबर भी एक-दूसरे के आस-पास ही थे. लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी का रोल नंबर 931 था और एडमिरल त्रिपाठी का रोल नंबर 938 था.

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अलग-अलग होने के बावजूद हमेशा संपर्क में रहे अधिकारी

स्कूल में शुरुआती दिनों से ही उनके बीच गहरी दोस्ती थी और वह अलग-अलग बलों में होने के बावजूद हमेशा संपर्क में रहे. दोनों अधिकारियों को जानने वाले एक रक्षा अधिकारी ने कहा कि सेना में वरिष्ठ नेतृत्व के बीच मजबूत दोस्ती बलों के बीच कामकाजी संबंधों को मजबूत करने में बहुत मायने रखती है. दोनों सहपाठियों की नियुक्तियां भी लगभग दो महीने के अंतराल पर एक ही समय पर हुई हैं. एडमिरल ने 1 मई को भारतीय नौसेना की कमान संभाली है. वहीं लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी रविवार को अपनी नई नियुक्ति संभालेंगे. लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी का उत्तरी सेना कमांडर के रूप में लंबा कार्यकाल रहा है. इस दौरान उन्हें पूर्वी लद्दाख में LAC पर सैन्य गतिरोध में चल रहे अभियानों का लंबा अनुभव रहा है. 1 जुलाई 1964 को जन्मे लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी को 15 दिसंबर 1984 को भारतीय सेना की जम्मू और कश्मीर राइफल्स में कमीशन दिया गया था.

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