Kisan Andolan: किसान आंदोलन के बीच केंद्र सरकार का बड़ा फैसला, गन्ना खरीद मूल्य में 8 फीसदी की बढ़ोतरी

Kisan Andolan: केंद्र सरकार के मंत्री अनुराग ठाकुर ने बुधवार रात प्रेस कांफ्रेंस कर गन्ना मूल्यों की जानकारी दी है.
Anurang Thakur

केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर (ANI)

Kisan Andolan: देश में किसान आंदोलन तेज होते जा रहा है, बुधवार को किसानों ने पंजाब और हरियाणा में जबरदस्त प्रदर्शन किया है. इसी बीच बुधवार की रात को केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने प्रेस कांफ्रेंस कर गन्ना मूल्यों में बढ़ोतरी की जानकारी दी है. गन्ना खरीद में 8 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है. अब गन्ना खरीद मूल्य को सरकार ने बढ़ाकर 315 रुपए से बढ़ाकर 340 रुपए कर दिया है.

केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, “दूसरा निर्णय है कि राष्ट्रीय पशुधन मिशन के तहत एक उप-योजना जो पशुपालन और डेयरी मंत्रालय से जुड़ा है. इसमें एक बड़ा बदलाव लाने के लिए, हमारे भारवाही पशु जैसे ऊंट, घोड़ा, गधा, खच्चर की संख्या घट रही हैं. इसलिए पशुधन और मुर्गीपालन के उ्त्पादन में सुधार लाने के लिए राष्ट्रीय पशुधन मिशन चलाया जा रहा है.”

मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, “चीनी मिलों द्वारा किसानों को गन्ने का उचित एवं लाभकारी मूल्य सुनिश्चित करने के लिए आगामी गन्ना सीजन के लिए 1 अक्टूबर 2024 से 30 सितंबर 2025 की अवधि में मूल्य निर्धारित करने का निर्णय लिया गया है. वर्ष 2024-25 के लिए मूल्य 340 रुपये प्रति क्विंटल तय करने का निर्णय लिया गया है, जो पिछले वर्ष 315 रुपये था, जो इस वर्ष बढ़कर 340 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है.”

खाद पर सब्सिडी की किया जिक्र

उन्होंने कहा कि दुनियाभर में खाद के जो दाम बढ़े हैं इसके बाद भी हमने अपने किसानों के लिए खाद के दाम नहीं बढ़ने दिए हैं. भारत सरकार ने 3 हजार करोड़ रुपए की सब्सिडी दी है. मैं एक बात आज बताना चाह रहा हूं कि यूपीए के दस साल में गेहूं, धान, दलहन और तिलहन 5.5 लाख करोड़ रुपए एमएसपी में दिया गया है. जबकि मोदी सरकार 18 लाख 49 हजार करोड़ रुपए खर्च किए हैं.

ये भी पढ़ें: Rajasthan: CM भजनलाल शर्मा ने लगाया VIP कल्चर पर ब्रेक, अब रेड सिग्नल पर रुकेगा काफिला

किसानों ने अपने ‘दिल्ली चलो’ मार्च को दो दिनों के लिए रोक दिया है. हालांकि सरकार ने फिर से किसानों के सामने बातचीत का प्रस्ताव रखा है. केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा, “पंजाब में किसान संगठनों के साथ कई दौर की सार्थक बातचीत हुई है. अभी भी किसानों को कहा है कि इसका समाधान हम वार्ता से निकालेंगे. सरकार किसानों के हित में काम करने के लिए प्रतिबद्ध है, हम फिर से बात कर सकते हैं.”

ज़रूर पढ़ें