Lok Sabha Election 2024: चुनाव आयोग ने महिलाओं के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी के लिए पश्चिम बंगाल बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष और वर्तमान सांसद दिलीप घोष के अलावा कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत की निंदा की है. इन दोनों ही नेताओं द्वारा की गई टिप्पणी पर शिकायत आयोग से की गई थी. जिसके बाद आयोग ने दोनों ही नेताओं को नोटिस जारी कर जवाब देने के लिए कहा था.
आयोग ने नैतिक आचार संहिता (MCC) उल्लंघनों पर उन्हें जारी किए गए नोटिसों का जवाब मिलने के बाद अपने आदेश में कहा कि वे आश्वस्त हैं कि उन्होंने व्यक्तिगत हमला किया और इस तरह आदर्श आचार संहिता के प्रावधानों का उल्लंघन किया. उन्हें आदर्श आचार संहिता की अवधि के दौरान सार्वजनिक बयानों में सावधानी बरतने की चेतावनी दी गई है. इस बार से उनके चुनाव संबंधी संचार पर आयोग द्वारा विशेष और अतिरिक्त निगरानी रखी जाएगी.
अब इसपर प्रतिक्रिया देते हुए दिलीप घोष घोष ने कहा, ‘मैंने पहले कहा था कि मैं भाषा को लेकर सतर्कता बरतूंगा. इससे पहले ममता बनर्जी को भी बैन (चुनाव प्रचार पर) किया गया था, ऐसा होता रहता है. तर्क-वितर्क चलते रहते हैं लेकिन सबको भाषा की सतर्कता बरतनी चाहिए.’
सांसद को मिला था नोटिस
बीजेपी सांसद द्वारा सीएम ममता बनर्जी पर की गई टिप्पणी के बाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उन्हें नोटिस जारी किया था. इस नोटिस के जरिए उन्होंने बीजेपी सांसद से टिप्पणी को लेकर स्पष्टीकरण मांगा था. जिसमें कहा गया था, ‘ये टिप्पणी बीजेपी की परंपराओं के विपरीत है. पार्टी ऐसे वक्तव्य की निंदा करती है. आप शीघ्र इस संबंध में स्पष्टीकरण दें’
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बता दें कि पश्चिम बंगाल बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष दिलीप घोष ने अपने सोशल मीडिया के एक्स प्लेट फॉर्म पर एक वीडियो शेयर किया था. शेयर किए गए वीडियो में टीएमसी के चुनावी नारे ‘बांग्ला निजेर मेयेके चाई’ (बंगाल अपनी बेटी चाहता है) का मजाक उड़ाते हुए दिखाया गया था.