Oath Ceremony: 4 बार के सांसद, नीतीश कुमार के सहपाठी… जानें कौन हैं ललन सिंह, जो PM Modi की कैबिनेट का बने हिस्सा

PM Modi Oath Ceremony: नरेंद्र मोदी की कैबिनेट में ललन सिंह(Lalan Singh) को भी शामिल किया गया. उनका जन्म 24, जनवरी, 1955 को बिहार के पटना में हुआ है.
PM Modi, Oath Ceremony, Lalan Singh

JDU सांसद ललन सिंह

PM Modi Oath Ceremony: देश में तीसरी बार नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली. रविवार, 9 जून की शाम 7.15 बजे शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने नरेंद्र मोदी समेत और उनके कैबिनेट के साथियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. नरेंद्र मोदी के बाद दूसरे नंबर पर भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता राजनाथ सिंह ने पद और गोपनीयता की शपथ ली. नरेंद्र मोदी के कैबिनेट में 30 मंत्रियों ने शपथ ली. इसमें बिहार से 4 मंत्री HAM संरक्षक जीतनराम मांझी, JDU सांसद ललन सिंह, BJP सांसद गिरिराज सिंह और LJPR चीफ चिराग पासवान शामिल हैं.

नीतीश कुमार के सहपाठी भी रह चुके हैं ललन सिंह

नरेंद्र मोदी की कैबिनेट में ललन सिंह(Lalan Singh) को भी शामिल किया गया. उनका जन्म 24, जनवरी, 1955 को बिहार के पटना में हुआ है. ललन सिंह कॉलेज लाइफ में ही राजनीति से जुड़ गए थे. कॉलेज में पढ़ाई के दौरान वह छात्र संघ के महासचिव थे. उन्होंने साल 1974 में लोकनायक जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व वाले आंदोलनों में हिस्सा भी लिया. स्नातक की पढ़ाई करने के बाद ललन सिंह समाजवादी आंदोलन से जुड़े और पहली बार साल 2000 में राज्यसभा के लिए निर्वाचित हुए. बिहार के CM नीतीश कुमार के करीबी माने जाने वाले ललन सिंह चार बार लोकसभा के सांसद चुने गए हैं और एक बार राज्यसभा के लिए निर्वाचित हो चुके हैं. ललन सिंह नीतीश कुमार के सहपाठी भी रह चुके हैं.

यह भी पढ़ें: Oath Ceremony: राजनाथ सिंह, अमित शाह, जेपी नड्डा… जानें PM Modi की कैबिनेट में किन-किन सांसदों ने ली मंत्री पद की शपथ

पार्टी फंड के गलत इस्तेमाल करने का लगा था आरोप

ललन सिंह ने 31 जुलाई, 2021 से 29 दिसंबर 2023 तक JDU के राष्ट्रीय पार्टी अध्यक्ष पद पर रहे. इस बार मुंगेर लोकसभा सीट से चुनाव लड़े और जीत दर्ज की. बता दें कि, ललन सिंह बिहार की जातिगत राजनीति में बड़ा भूमिहार चेहरा माने जाते हैं. बिहार के चर्चित चारा घोटाला मामले में लालू यादव के खिलाफ पटना हाईकोर्ट में याचिका दायर करने वालों में ललन सिंह का भी नाम शामिल है. चारा घोटाला मामले में में उन्होंने लालू यादव का जमकर विरोध किया था. 2010 में उन पर JDU में पार्टी फंड का गलत इस्तेमाल करने का आरोप लगा था. इस कारण उन्हें पार्टी छोड़नी पड़ी थी. हालांकि, बाद में नीतीश कुमार के साथ उनकी सुलह हो गई, इसके बाद वह विधान परिषद के सदस्य बने और मंत्रिपरिषद में शामिल हुए.

ज़रूर पढ़ें