Pakistan: सरबजीत की हत्या में शामिल टेररिस्ट को अज्ञात हमलावरों ने मारा, अब इतने आतंकी हो चुके हैं ‘UNKNOWN हमलावर’ का शिकार

Terrorists killed In Pakistan: अमीर सरफराज ने पीट-पीट कर और पॉलीथिन से गला घोंटकर सरबजीत की हत्या की थी. सरबजीत को पाकिस्तानी सेना ने जासूसी के आरोप पकड़ा था.
Pakistan, Terrorists killed In Pakistan

सरबजीत की हत्या में शामिल टेररिस्ट को अज्ञात हमलावरों ने मारा

Terrorists killed In Pakistan: पाकिस्तान के आतंकी नेटवर्क को एक बार फिर से बड़ा झटका लगा है. पाकिस्तान के लाहौर में अंडरवर्ल्ड डॉन अमीर सरफराज की अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी है. बता दें कि अमीर सरफराज वही आतंकी है, जिसने कोट लखपत जेल में ISI के इशारे पर भारतीय नागरिक सरबजीत की हत्या की थी. अमीर सरफराज ने पीट-पीट कर और पॉलीथिन से गला घोंटकर सरबजीत की हत्या की थी. सरबजीत को पाकिस्तानी सेना ने जासूसी के आरोप पकड़ा था.

कोट लखपत जेल में हुई थी सरबजीत सिंह की हत्या

इस घटना के बाद से पाकिस्तान में हड़कंप मच गया है. घटना के बाद पुलिस ने इलाके की घेराबंदी करके शूटरों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान शुरू कर दिया है. बता दें, साल 2013 में अमीर और उसके साथी कैदी मुदासिर मुनीर पर कोट लखपत जेल में कैद भारतीय नागरिक सरबजीत सिंह को मौत के घाट उतारने का आरोप लगाया गया था. 15 दिसंबर, 2018 को लाहौर की एक जिला और सत्र अदालत ने सभी गवाहों के बयान से मुकर जाने के बाद दोनों को बरी कर दिया गया.

आजम चीमा की संदिग्ध अवस्था में हुई मौत

गौरतलब है कि, पिछले कई दिनों में पिछले एक साल के दौरान पाकिस्तान में लश्कर और जैश जैसे खूंखार आतंकी संगठनों के तकरीबन 14 मुख्य आतंकवादियों की रहस्यमयी अवस्था में मौत हुई है. वहीं इस मामले में किसी भी हमलावार या हत्या के लिए जिम्मेदार की न तो गिरफ्तारी हो पाई है और न ही कोई पुष्टि हो पाई है. हालिया मामला आजम चीमा की मौत का है. उसकी मौत के बाद पाकिस्तानी जिहादी हलकों में अटकलों का दौर जारी हो गया था. क्योंकि यह मौत भी संदिग्ध अवस्था में मौत हुई थी.

संदिग्ध अवस्था में किन-किन आंतकियों की मौत हुई?

  • अदनान अहमद उर्फ हंजाला अदनान: 3 दिसंबर को कराची में अज्ञात बंदूकधारियों ने हमला किया था. घायल अदनान ने 5 दिसबंर को दम तोड़ दिया. अदनान 2016 में पंपोर में हुए CRPF के काफिले पर हुए हमले का मास्टरमाइंड था.
  • मौलाना शेर बहादुर: खैबर पख्तूनख्वा के पेशावर में 3 दिसंबर को शेर बहादुर को गोली मारी गई. यह एक कट्टरपंथी उपदेशक और जैश-ए-मोहम्मद के जाना-माना समर्थक था.
  • लखबीर सिंह रोडे: खूंखार आतंकी की 2 दिसंबर को दिल का दौरा पड़ने से मौत हुई. वह पंजाब में ड्रग्स, हथियार, विस्फोटक और टिफिन बम की तस्करी जैसे मामलों में शामिल था.
  • ख्वाजा शाहिद: ख्वाजा शाहिद को 6 नवंबर को पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) से किडनैप किया गया और अज्ञात बंदूकधारियों ने मार दिया. वह भारत में 2018 के सुंजवान हमले का मास्टरमाइंड बताया जाता था.
  • अकरम गाजी: पिछले साल 10 नवंबर को लश्कर-ए-तैयबा के एक अन्य शीर्ष कमांडर अकरम गाजी की पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में हत्या कर दी गई. उसे मोटरसाइकिल सवार हमलावरों ने गोली मारी थी.

यह भी पढ़ें: Shopian Terrorist Attack: आतंकियों ने दिल्ली के ड्राइवर को मारी गोली, सुरक्षाबलों ने इलाके को घेरा

  • मौलाना रहीम उल्लाह तारिक: 14 नवंबर को जैश-ए-मुहम्मद(JeM) के चीफ मौलाना मसूद अजहर के करीबी सहयोगी माने जाने वाले मौलाना रहीम उल्लाह तारिक को मार दिया गया. कराची के ओरंगी शहर में उसे भी गोली मारी गई थी.
  • शाहिद लतीफ: पाकिस्तान के सियालकोट में 11 अक्टूबर को जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी लतीफ की अज्ञात बंदूकधारियों ने हत्या कर दी. यह 2016 के पठानकोट आतंकी हमलों का मास्टरमाइंड बताया जाता था.
  • जियाउर रहमान: पिछले साल 29 सितंबर में लश्कर-ए-तैयबा(LeT) के गुर्गे जियाउर की कराची में मोटरसाइकिल सवार दो अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी.
  • अबू कासिम कश्मीरी: जम्मू के रहने वाले रियाज उर्फ अबू कासिम को 8 सितंबर को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में एक मस्जिद के अंदर अज्ञात बंदूकधारियों ने हत्या कर दी. यह राजौरी जिले में 1 जनवरी को CRPF पर हुए हमले के पीछे मुख्य साजिशकर्ता था.
  • सरदार हुसैन अरैन: 1 अगस्त को कराची के नवाबशाह में अरैन की हत्या हो गई. वह लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी और हाफिज सईद का करीबी सहयोगी था.
  • सैयद नूर शालोबार: 4 मार्च को शालोबार की पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा क्षेत्र में अज्ञात बंदूकधारियों ने हत्या कर दी थी. वह घाटी में आतंकी भर्ती के लिए कुख्यात और जम्मू-कश्मीर में आतंक फैलाने के लिए पाकिस्तानी सेना और ISI के साथ मिलकर काम करने का काम भी करता है.
  • बशीर अहमद पीर: 20 फरवरी को रावलपिंडी में अज्ञात हमलावरों ने बशीर अहमद पीर को गोली मार दी. वह प्रतिबंधित आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के शीर्ष कमांडर था.
  • सैयद खालिद रजा: अज्ञात बंदूकधारियों ने बंदरगाह शहर कराची में खालिद की 27 फरवरी को गोली मारकर हत्या कर दी.

ज़रूर पढ़ें