राज्यसभा में बीजेपी के खेमे में दिखे Jayant Singh, की पीएम मोदी की तारीफ, बोले- मेरी भावनाएं अपने आप जुड़ गईं

Jayant Singh ने कहा कि सरकार के फैसले पर लोगों ने दिवाली मनाई और किसानों ने मिठाइयां बांटी.
Jayant Singh

आरएलडी चीफ जयंत सिंह

Jayant Singh: पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न से सम्मानित करने के फैसले के बाद उत्तर प्रदेश की राजनीति में सियासी उठापटक तेज हो गई है. वहीं भारतीय जनता पार्टी(BJP) नीत जनतांत्रिक गठबंधन(NDA) में शामिल होने के अटकलों के बीच राष्ट्रीय लोक दल(RLD) प्रमुख जयंत सिंह के सुर भी बदले-बदले से नजर आए. राज्यसभा में जयंत सिंह ने सत्ता पक्ष की जमकर तारीफ की. उनके इस तारीफ से एनडीए में शामिल होने की अटकलें सच होती दिख रही हैं.

‘चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देना बड़ा फैसला’

शनिवार, 10 फरवरी को संसद के बजट सत्र के दौरान राज्यसभा में जयंत सिंह बीजेपी के खेमे में नजर आए. देश के पूर्व प्रधानमंत्री और उनके दादा चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न दिए जाने के फैसले पर उन्होंने केंद्र की बीजेपी सरकार को धन्यवाद दिया. अपने संबोधन में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी सरकार की जमकर कर तारीफ भी की. उन्होंने कहा कि चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न से सम्मानित किया जाना बहुत बड़ा फैसला है. उन्होंने आगे कहा कि सरकार के फैसले पर लोगों ने दिवाली मनाई. किसानों ने मिठाइयां बांटी. जयंत सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि यह फैसला सिर्फ उनके परिवार तक सीमित नहीं है, बल्कि किसानों को मजबूत करने वाली घोषणा है

‘मेरी भावनाएं अपने आप जुड़ गई’

वहीं सदन से बाहर निकलने पर राष्ट्रीय लोक दल प्रमुख जयंत सिंह ने मीडिया बात की. बीजेपी नीत एनडीए में शामिल होने सवाल पर उन्होंने बड़ा बयान दिया. जयंत चौधरी ने कहा कि मैंने कल भी बोला था कि जब पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न दिया गया है तो मेरी भावनाएं अपने आप जुड़ गई हैं. वहीं आगे की रणनीति के सवाल पर उन्होंने कि आगे हमारी रणनीति क्या है? कैसे हम चुनाव लड़ेंगे? इनका जवाब समय पर दिया जाएगा.

 

‘कांग्रेस के अपमान से स्तब्ध’

वहीं विपक्षी गठबंधन ‘INDIA’ और कांग्रेस को बड़ा झटका देते हुए जयंत सिंह ने कहा कि वह कांग्रेस की ओर से सदन में पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के प्रति किए गए अपमान से स्तब्ध हैं. अफसोस जताते हुए उन्होंने कहा कि चौधरी चरण सिंह जैसी शख्सियत के सम्मान करने के फैसले को राजनीति के चश्मे से देखा जा रहा है और इसे राजनीतिक गठबंधन बनाने, चुनाव जीतने या चुनाव हारने से जोड़ा जा रहा है. उन्होंने कहा, ‘मैं अचंभित हूं कि कैसे लोग चरण सिंह जैसी हस्ती को गठजोड़ के बनने-बिगड़ने और चुनाव लड़ने-जीतने तक सीमित रखना चाहते हैं. लेफ्ट, राइट और सेंटर में ही बंटे रहे तो असली धरती पुत्र का सम्मान हम कैसे करेंगे?’

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‘बीजेपी में चरण सिंह के विचारों की झलक’

आरएलडी प्रमुख ने कहा कि मैं 10 साल विपक्ष में रहा. कुछ ही देर के लिए मैं इस तरफ बैठा. लेकिन मैंने देखा है कि 10 साल में जो आज की सरकार है इनकी कार्यशैली में चौधरी चरण सिंह के विचारों की झलक दिखती है. जब पीएम मोदी गांवों में में शौच की व्यवस्थाओं पर प्रकाश डालते हैं, सरकार महिला सशक्तिकरण को अपना प्लेटफॉर्म बनाती है और गांव में जागृति पैदा करती है तो मुझे उसमें चौधरी चरण सिंह की बोली हुई बात याद आती है.

‘बीजेपी जमीन से जुड़ी सरकार’

जयंत ने अपने संबोधन में कहा कि राजनीति विशेषज्ञ कहते हैं कि हम नेताओं को समझ नहीं पाएंगे, अगर हम इसी तरह से बंटे रहेंगे तो. उन्होंने आगे कहा कि कुछ लोग कहते हैं कि चौधरी चरण सिंह सिर्फ जाट लोगों के नेता थे, सिर्फ किसानों के लिए काम करते थे लेकिन ऐसा नहीं है. वह एक विचारक थे. उन्होंने कहा कि चौधरी चरण सिंह किसी एक पार्टी के नहीं हैं, वह सभी के हैं. केंद्र सरकार को धन्यवाद देते हुए उन्होंने कहा कि जमीन से जुड़ी सरकार जमीन की आवाज को समझती है, उसे बुलंद करना चाहती है. ऐसी सरकार ही चरण सिंह को भारत रत्न दे सकती है.

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