“वट वृक्ष हमारा सिम्बल…”, शरद पवार गुट के नए चुनाव चिह्न पर VHP ने जताई आपत्ति

पिछले साल अजित पवार ने अपनी पार्टी में बगावत कर दी थी. उनके साथ एनसीपी के कई और विधायकों ने बगावत की थी. इसके बाद अजित पवार एकनाथ शिंदे की सरकार में शामिल हो गए.
Sharad pawar

शरद पवार ( फाइल फोटो)

NCP: शरद पवार गुट को अब पार्टी का नया नाम और चुनाव चिन्ह मिल गया है. हालांकि, इस चुनाव चिन्ह का वीएचपी ने विरोध किया है. दरअसल, चुनाव आयोग ने शरद पवार गुट की पार्टी के नए नाम ‘एनसीपी शरद चंद्र पवार’ को मंजूरी दे दी है. शरद गुट का चुनाव चिन्ह पेड़ है, जिसे लेकर अब विश्व हिंदू परिषद ने आपत्ति जताई है. वीएचपी का कहना है कि बरगद का पेड़ उनका सिंबल है.

बता दें कि इससे पहले चुनाव आयोग ने कहा था कि अजित पवार गुट ही असली एनसीपी है. इसके साथ ही चुनाव आयोग ने शरद पवार गुट को चुनाव चिन्ह और पार्टी का नाम सुझाने के लिए बुधवार शाम तक का समय दिया था. इस समयसीमा के भीतर शरद पवार ने नाम और पार्टी सिंबल सुझाए, जिसपर चुनाव आयोग ने मुहर लगा दी. अब इसी सिंबल को लेकर वीएचपी ने आपत्ति जताई है.

चुनाव आयोग ने अजित के गुट को ही असली एनसीपी माना

चुनाव आयोग ने मंगलवार को शरद पवार गुट को झटका देते हुए अजित गुट को असली एनसीपी करार दिया. चुनाव आयोग के फैसले के बाद अब एनसीपी पर पूरी तरह से अजित पवार का अधिकार हो गया है. शरद पवार बनाम अजित पवार गुट मामले में चुनाव आयोग ने 147 पेज का आदेश दिया है. चुनाव आयोग ने कहा है कि अजित पवार गुट के साथ और भी एनसीपी के लोग हैं इस वजह से एनसीपी पर उनका ही अधिकार है. हालांकि, अब शरद पवार ने भी अपनी नई पार्टी बना ली है. उनकी पार्टी का नाम है एनसीपी शरद चंद्र पवार.

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एनसीपी के साथ क्या हुआ?

बताते चलें कि पिछले साल अजित पवार ने अपनी पार्टी में बगावत कर दी थी. उनके साथ एनसीपी के कई और विधायकों ने बगावत की थी. इसके बाद अजित पवार एकनाथ शिंदे की सरकार में शामिल हो गए. इसके बाद अजित ने पार्टी पर अधिकार का दावा चुनाव आयोग में ठोक दिया. करीब 6 महीने और 10 सुनवाई के बाद चुनाव आयोग ने फैसला दे दिया है.

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