Lok Sabha Election 2024: चुनाव आयोग ने माना, भीषण गर्मी में इलेक्शन कराना गलत, जानिए अगले चुनाव को लेकर क्या है CEC का प्लान
Lok Sabha Election 2024: देश में लोकसभा चुनाव 2024 के लिए मतदान खत्म हो चुके हैं और अब इंतजार है नतीजों का, जो 4 जून को जारी होगा. मतदान खत्म होने के बाद चुनाव आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कई अहम जानकारी दी और साथ ही कई सवालों के जवाब भी दिए. मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भारत में हुए मतदान को ऐतिहासिक बताया. वहीं, देश में जब 18वीं लोकसभा चुनाव के लिए मतदान हो रहे थे. तब कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर आयोग को ‘लापता जेंटलमैन’ (यानी लापता चुनाव आयोग) जैसे शब्द ट्रेंड कर रहे थे. इस पर मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि हम कहीं गायब नहीं थे, हम हमेशा यहां थे और हमने अपने प्रेस नोट के जरिए संवाद करना चुना. इस दौरान 100 से ज्यादा प्रेस नोट जारी किए गए.
45 दिनों तक चले थे 7 चरणों के मतदान
प्रेस कॉन्फ्रेंस ने दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने माना कि इतनी गर्मी में लोकसभा चुनाव नहीं कराने चाहिए थे. उन्होंने कहा कि चुनाव हमें एक महीने पहले खत्म कर देना चाहिए था. इतनी गर्मी में नहीं करना चाहिए था. यह हमारी पहली लर्निंग है. उन्होंने कहा कि भीषण गर्मी को देखते हुए अगली बार चुनाव अप्रैल महीने तक करा दिए जाएंगे. मतदान के दौरान कई चुनाव अधिकारियों को कई बड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ा था. गौरतलब है कि, लोकसभा चुनाव में भीषण गर्मी के दौरान कई चुनाव कार्मियों की मौत हो गई. वहीं कई को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. इसके साथ ही शुरुआती चरणों में हुए कम मतदान की एक वजह गर्मी को भी माना जा रहा है. बता दें कि चुनाव आयोग ने 7 चरणों में मतदान कराने का निर्णय लिया था. यह 19 अप्रैल से शुरू होकर 1 जून तक करीब 45 दिनों तक चला था.
31 करोड़ महिला वोटर- मुख्य चुनाव आयुक्त
प्रेस कॉन्फ्रेंस शुरू होते ही मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि 16 मार्च को हम मिले थे और अब चुनाव खत्म हो रहे हैं. इसलिए दोबारा मुलाकात हो रही है. इस बार हमने पहली बार 100 प्रेस नोट रिलीज किए हैं और यह पहला मौका है कि इतने प्रेस नोट जारी किए गए. उन्होंने कहा कि इस चुनाव में 31 करोड़ महिला वोटर हैं और यह आंकड़ा दुनिया में सबसे ज्यादा है. हमें इन महिला वोटर्स को सम्मान देना चाहिए. साथ ही उन्होंने चुनाव ड्यूटी में लगे कर्मचारियों के लिए एक शेर सुनाते हुए कहा कि ‘गुलशन की खूबसूरती फूलों से है, माली की बात कौन करता है. लोकतंत्र में जीत हार जरूरी है, तुम्हारी बात कौन करता है.’ उन्होंने आगे कहा कि कहीं साड़ी बंटी, न कुकर, न पैसा बंटा. कहीं भी ऐसा देखने को नहीं मिला इस बार. रात 10 बजे के बाद शोर नहीं हुआ और शांतिपूर्ण चुनाव हुए.