Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सियासी बयानबाजी भी तेज होती जा रही है. इस बीच बस्तर लोकसभा सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी कवासी लखमा की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं. हमेशा अपने बयानों की वजह से चर्चा में रहने वाले कांग्रेस प्रत्याशी बुरे फंसते नजर आ रहे हैं. कवासी लखमा पर बीजापुर जिले में एक ही दिन में 2 एफआईआर दर्ज हुई है. विस्तार न्यूज पर सबसे पहले हमने आपको FIR की कॉपी दिखाई थी, लेकिन इस एफआईआर के मायने क्या हैं, यह भी आपको विस्तार न्यूज ही समझाएगा.
कुटरू थाने में दर्ज हुई पहली शिकायत
दरअसल, कांग्रेस प्रत्याशी कवासी लखमा के खिलाफ एक एफआईआर बीजापुर जिले के कुटरू थाने में हुई है.यह एफआईआर कुटरू के तहसीलदार की ओर से दर्ज करवाई गई है. यह एफआईआर कवासी लखमा के 8 अप्रैल को दिए एक बयान के आधार पर दर्ज हुई है. साथ ही एफआईआर में यह भी लिखा है कि कांग्रेस प्रत्याशी ने सभा से पहले प्रशासन की अनुमति नहीं ली थी.
प्रशासन और चुनाव आयोग ने लिया संज्ञान
आप को बता दें कि इस FIR में कांग्रेस प्रत्याशी कवासी लखमा के कुटरू के क्रिकेट मैदान में दिए बयान का जिक्र किया गया है. इसमें लखमा ने कहा था, ‘कल से पुलिस वाले बोल रहे थे, नाप रहे हैं हमारे गांव वाले, हम बोले तीर धनुष उठाओ मारो सालों को, हमारा जंगल नही बचेगा तो, तुम लोग कैसे बचोगे’. अब इस मामले को प्रशासन और चुनाव आयोग ने गंभीरता से लिया है. प्रशासन ने इसे आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन माना है.
बीजापुर जिले के ही मिरतुर थाने भी FIR दर्ज
वहीं लखमा के खिलाफ एक और FIR बीजापुर जिले के ही मिरतुर थाने में दर्ज हुई है. यहां भी मिरतुर के तहसीलदार ने बिना अनुमति सभा के आयोजन का आरोप लगाया है. साथ ही इस दौरान कवासी लखमा के गोंडी में दिए बयान ‘कवासी लखमा जीडतोर, नरेंद्र मोदी ढोलतोर’ को भी आपत्तिजनक पाया है. इसका हिंदी में अनुवाद करते प्रशासन ने इसे कवासी लखमा जीतेगा, नरेंद्र मोदी हारेगा कहना पाया है. इस मामले में भी लखमा के खिलाफ FIR दर्ज हुई है.