टिकट में देरी पर बदले बृजभूषण शरण सिंह के सुर, बोले- कैसरगंज से प्रत्याशी कौन होगा ये पार्टी…

कैसरगंज के बैरंग हुए इस चुनाव की सबसे बड़ी वजह बीएसएस के नाम से मशहूर वर्तमान सांसद बृजभूषण शरण सिंह हैं. सिंह इस सीट से लगातार 3 बार से चुनाव जीत रहे हैं, लेकिन यौन-उत्पीड़न की एक आरोप की वजह से इस बार उनका टिकट फंसा हुआ है.
बृजभूषण शरण सिंह

बृजभूषण शरण सिंह

Lok Sabha Election 2024: देश में लोकतंत्र के उत्सव की शुरुआत हो चुकी है. पहले चरण का मतदान भी खत्म हो चुका है. दूसरे चरण के मतदान में अब 3 दिन ही शेष है लेकिन, कैसरगंज उत्तर प्रदेश लोकसभा की दूसरी ऐसी सीट है, जहां पर भारतीय जनता पार्टी ने अपना उम्मीदवार नहीं उतारा है. बीजेपी की वजह से सपा और बीएसपी ने भी यहां कैंडिडेट की घोषणा नहीं की है. वो भी तब, जब यहां प्रचार करने के 25 दिन से भी कम का वक्त शेष है.

यहां से बीजेपी के कद्दावर नेता और कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह चुनाव लड़ते रहे हैं,  लेकिन इस बार पहलवानों के आरोपों के चलते पार्टी बृजभूषण को टिकट देने में काफी सोच विचार कर रही है. कभी दबदबा और दबंगई के लिए मशहूर कैसरगंज का चुनाव इस बार कयासों के बल पर चल रहा है.

तीन बार चुनाव जीत चुके हैं बृजभूषण सिंह

कैसरगंज के बैरंग हुए इस चुनाव की सबसे बड़ी वजह बीएसएस के नाम से मशहूर वर्तमान सांसद बृजभूषण शरण सिंह हैं. सिंह इस सीट से लगातार 3 बार से चुनाव जीत रहे हैं, लेकिन यौन-उत्पीड़न की एक आरोप की वजह से इस बार उनका टिकट फंसा हुआ है.हालांकि, कई बार बृजभूषण कह चुके हैं कि उनका टिकट फाइनल नहीं होना बीजेपी की रणनीति का हिस्सा है. लेकिन अब बृजभूषण के सुर बदले-बदले नजर आ रहे हैं.

सूची में बार-बार नाम गायब होने के बाद अब कैसरगंज के सांसद बृजभूषण सिंह के सुर बदल गए हैं. पहले कहते थे कि मैं कैसरगंज से ही चुनाव लड़ेंगे, पर अब कह रहे हैं कि इस सीट से प्रत्याशी कौन होगा यह पार्टी ही तय करेगी. इतना ही नहीं उन्होंने कहा है कि वो प्रत्याशी बृजभूषण होंगे या फिर कोई और पार्टी जाने. बता दें कि तीन दिन बाद कैसरगंज में नामांकन शुरू होगा, लेकिन अब तक किसी पार्टी ने अपने उम्मीदवार घोषित नहीं किया है.

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मीडिया पर बृजभूषण सिंह ने उठाए थे सवाल

इससे पहले जब सोमवार को बृजभूषण शरण सिंह मनकापुर के मंगल भवन पहुंचे थे. उस दौरान भी उन्होंने कहा, “हम बीजेपी से बड़े तो नहीं है. हो सकता है कि इसके पीछे बीजेपी की कोई रणनीति हो. टिकट मिलना या ना मिलना हमारी चिंता नहीं हैं. उन्होंने टिकट का ठीकरा मीडिया पर फोड़ा. शरण सिंह ने कहा, “आप लोगों की वजह से टिकट नहीं मिल रहा है. मुस्लिमों से करीब होने पर सांसद ने बयान दिया और कहा कि मैंने कभी मजहब के आधार पर राजनीति नहीं की है.”

मुलायम सिंह से नजदीकी पर कही ये बात

सपा से रिश्ते पर बृजभूषण बोले, ‘मैं एक ऐसा व्यक्ति हूं जिसकी 1989 में मुलायम सिंह ने सबसे पहले गिरफ्तारी कराई थी. विवादित ढांचा गिराए जाने के बाद सीबीआई ने सबसे पहले मुझे गिरफ्तार किया था. उस समय में भी मैं मुस्लिमों के घर जाता था और जब तक मुलायम जिंदा रहे, मेरा उनसे बहुत अच्छा संबंध रहा. तो हर बात को राजनीति से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए.”

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