Lok Sabha Election 2024: विंध्य की इस लोकसभा सीट पर आदिवासी वोट को साधने में लगी बीजेपी-कांग्रेस, दिग्गजों ने लगाई ताकत

Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव को देखते हुए कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही पार्टियां आदिवासी वोट को साधने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा रही हैं. पहले चरण के मतदान के लिए अब ज्यादा दिन नहीं बचे हैं ऐसे में प्रचार अभियान भी बहुत तेज है.
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फाइल फोटो

Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव को देखते हुए कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही पार्टियां आदिवासी वोट को साधने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा रही हैं. पहले चरण के मतदान के लिए अब ज्यादा दिन नहीं बचे हैं ऐसे में प्रचार अभियान भी बहुत तेज है. विंध्य की एक आदिवासी सीट शहडोल पर दोनों पार्टियों के राष्ट्रीय नेताओं की निगाह बनी हुई है. शहडोल सीट में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कुछ दिन पहले बड़ी सभा की थी और अब कांग्रेस भी शहडोल संसदीय सीट में आदिवासी वोट को साधने के लिए एक बड़ी सभा करने की तैयारी में है. जिसके लिए राहुल गांधी यहां 8 अप्रैल को एक सभा करने के लिए पहुंच रहे हैं.

लोकसभा चुनाव को लेकर जिन सीटों पर पहले चरण में मतदान होना है उसमें एक सीट शहडोल भी है , यहां पर दिग्गज नेताओं का जमावड़ा लगना भी शुरू हो चुका है. शहडोल लोकसभा सीट विधानसभा चुनाव से ही ये क्षेत्र देश के राष्ट्रीय नेताओं की नजर में है. इसी लिए विधानसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक बड़ी सभा शहडोल के आदिवासी इलाके में हुई थी. इसके बाद राहुल गांधी की सभा विधानसभा चुनाव में शहडोल के ही आदिवासी इलाके में हुई थी. अब जब लोकसभा के चुनाव हो रहे हैं तो तभी बीजेपी और कांग्रेस के दिग्गज नेताओं की लगातार सभा शहडोल सीट में हो रही है और आदिवासी वोट साधने की कवायद हो रही है.

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जेपी नड्डा के जवाब में राहुल गांधी

शहडोल आदिवासी बाहुल्य सीट है.यहां पर देश के बड़े राष्ट्रीय नेताओं की भी नजर है. 2 अप्रैल को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शहडोल संभागीय मुख्यालय में एक जनसभा को संबोधित किया और कांग्रेस पार्टी पर जम कर हल्ला बोला. नड्डा के जाते ही अब कांग्रेस ने भी इसके जवाब में बड़ी सभा की तैयारी कर ली है और कांग्रेस अपने सबसे बड़े नेता राहुल गांधी की सभा शहडोल में कराने की तैयारी कर रही है. इसी लिए अब 8 अप्रैल को राहुल गांधी एक बड़ी सभा संबोधित करेंगे.

शहडोल लोकसभा सीट पर कड़ी टक्कर

विंध्य की आदिवासी सीट शहडोल लोकसभा सीट पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच एक कड़े मुकाबले की उम्मीद जताई जा रही है, क्योंकि बीजेपी ने इस लोकसभा सीट से अपनी वर्तमान सांसद हिमाद्री सिंह को ही चुनावी मैदान में उतार दिया है तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस ने शहडोल और अनूपपुर के सबसे बड़े चेहरे पुष्पराजगढ़ विधानसभा सीट से अभी हाल ही में तीसरी बार विधायक बने फुन्देलाल सिंह मार्को को अपना प्रत्याशी बनाया है. आदिवासी चेहरा है।और यह आदिवासियों का अच्छा खासा वोट माना जाता है, इस लिए टक्कर की उम्मीद जताई जा रही है.

आदिवासियों का बड़ा चेहरा है फुन्देलाल मार्को

कांग्रेस प्रत्याशी फुन्देलाल सिंह मार्को एक आदिवासी चेहरा है फुन्देलाल सिंह मार्को इसलिए भी मजबूत प्रत्याशी माने जा रहे हैं क्योंकि जिस विधानसभा सीट से पिछले तीन बार से फुन्देलाल लगातार जीत रहे हैं, वो पुष्पराजगढ़ विधानसभा सीट वर्तमान सांसद की गृह जिले वाली सीट है. जब शहडोल और अनूपपुर के की सारी सीटे बीजेपी जीत गई तब एकमात्र अनूपपुर की सीट पुष्पराजगढ़ जिसे फुनदे लाल मार्को जीतने में कामयाब रहे मोदी लहर के बाद भी बीजेपी जहां अपनी तैयारी में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है और दिग्गज नेताओं की जनसभाएं करा रही है तो वहीं दूसरी ओर इसके जवाब में कांग्रेस भी अपने सबसे बड़े चेहरे की जनसभा इस आदिवासी क्षेत्र में करने जा रही है.

विंध्य सहित प्रदेश में क्यों है शहडोल लोकसभा खास

आखिर शहडोल लोकसभा सीट इतनी खास क्यों है? क्यों कि शहडोल लोकसभा सीट में चार जिले की 8 विधानसभाएं सीट आती हैं, जिसमें अनूपपुर जिले की तीन विधानसभा सीट कोतमा, अनूपपुर और पुष्पराजगढ़ हैं. जहां से कांग्रेस के विधायक है यह विधानसभा सीट शामिल है तो वहीं शहडोल जिले की दो विधानसभा सीट जैतपुर और जयसिंहनगर विधानसभा सीट शामिल हैं. उमरिया जिले की दो विधानसभा सीट मानपुर और बांधवगढ़ विधानसभा सीट शामिल है और चौथी कटनी जिले की बड़वारा विधानसभा सीट शहडोल लोकसभा सीट में आती है. इस तरह से चार जिलों की टोटल 8 विधानसभा सीटों को मिलाकर शहडोल लोकसभा सीट बनाई गई है. जो सारी बीजेपी की कब्जे में है एक सीट पुष्पराजगढ़ मात्र ऐसी सीट है. जहां कांग्रेस के विधायक है. विधानसभा चुनाव के दौरान भी यह दिग्गजों के नजर में थी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शहडोल जिले में लालपुर में एक बड़ी जनसभा को संबोधित किया था, तो वहीं पास में ही पकरिया गांव में जाकर अलग-अलग वर्ग के लोगों के साथ चौपाल लगाई थी. आदिवासी वर्ग के कुछ विशेष लोगों के साथ में भोजन भी किया था और कई घंटे शहडोल में गुजारे थे. 2009 में शहडोल संसदीय सीट में कांग्रेस को जीत मिली थी इसके बाद बीजेपी का यहां लगातार कब्जा है.

बीजेपी को मनोवैज्ञानिक बढ़त

कांग्रेस के दिग्गज राहुल एवं प्रियंका गांधी विंध्य और महाकौशल ने विधानसभा चुनाव के दौरान आ चुके हैं. अक्टूबर में विंध्य इलाके के शहडोल जिले के ब्यौहारी प्रियंका गांधी की सभा हुई थी. विधानसभा चुनाव के दौरान शहडोल अनूपपुर सिंगरौली उमरिया का क्षेत्र बीजेपी के लिए बेहतर रहा है इन सभी सीटों पर बीजेपी को बड़ी जीत मिली केवल पुष्पराजगढ़ सीट पर कांग्रेस को जीत मिली थी जिसके कारण बीजेपी मनोवैज्ञानिक शहडोल संसदीय सीट में मजबूत है तो वहीं कांग्रेस के कार्यकर्ता कम सक्रिय नजर आ रहे हैं.

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