Lok Sabha Election 2024: चुनाव से पहले ही इन 4 राज्यों में बिखर गया ‘इंडी गठबंधन’, यहां कमजोर रही है BJP

पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती जहां अनंतनाग-राजौरी से मैदान में होंगी, वहीं पार्टी के युवा नेता वहीद उर रहमान पारा श्रीनगर से मैदान में होंगे.
ममता बनर्जी और महबूबा मुफ्ती

ममता बनर्जी और महबूबा मुफ्ती

Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव में केंद्र से मोदी सरकार को उखार फेंकने के लिए बना इंडिया गठबंधन कई राज्यों में पूरी तरह बिखर गया है. ऐसे राज्यों में ताजा नाम जुड़ा है जम्मू कश्मीर का. यहां अपने इंडिया ब्लॉक सहयोगी नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ समझौते पर पहुंचने में विफल रहने के बाद पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी ने रविवार को कश्मीर घाटी की सभी तीन सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार दिए. अब इससे एक सवाल भी उठता है कि घाटी में कांग्रेस किसका समर्थन करेगी.

पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती जहां अनंतनाग-राजौरी से मैदान में होंगी, वहीं पार्टी के युवा नेता वहीद उर रहमान पारा श्रीनगर से मैदान में होंगे. पीडीपी ने हाल ही में पार्टी में लौटे पूर्व राज्यसभा सांसद फैयाज अहमद मीर को बारामूला से अपना उम्मीदवार बनाया है.

मुफ्ती ने अपनी उम्मीदवारी की घोषणा करते हुए कहा, “मैं अनंतनाग से एक युवा उम्मीदवार की घोषणा करती लेकिन दिल्ली ने अपना सारा ध्यान दक्षिण कश्मीर पर केंद्रित कर दिया है. मैं एक फाइटर हूं और चुनौती स्वीकार करती हूं.’ मैं सभी कश्मीरियों, हमारे गुज्जर और पहाड़ी भाइयों के साथ-साथ सिख और हिंदू भाइयों से अपील करती हूं कि वे उस आवाज को संसद में भेजें जो बिना किसी डर के उनका प्रतिनिधित्व करेगी. ”

कश्मीर में लोकसभा की 5 सीटें

बता दें कि कश्मीर में लोकसभा की कुल 5 सीटें हैं. इससे पहले पश्चिम बंगाल और पंजाब में भी कई दौर के बैठकों के बाद भी इंडी ब्लॉक एकजुट नहीं हो पाया और इसमें शामिल दल एक दूसरे के खिलाफ ही चुनाव लड़ रहे हैं.

हैरत की बात ये है कि जिन 4 राज्यों में इंडिया ब्लॉक टूटा है वहां लोकसभा की कुल 81 सीटें हैं. और इनमें से सिर्फ 23 सीटों पर ही बीजेपी को जीत मिली थी. अगर इन राज्यों में इंडी गठबंधन के दल मिलकर चुनाव लड़ते तो 81 सीटों पर बीजेपी को चुनौती दिया जा सकता था. पर अब गठबंधन टूट गया है.

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बंगाल और पंजाब में भी नहीं बनी बात

सबसे पहले बात बंगाल की कर लेते हैं. यहां ममता बनर्जी की पार्टी और इंडी ब्लॉक में सहयोगी टीएमसी राज्य की सभी सीटों पर चुनाव लड़ रही है. बंगाल में लोकसभा की कुल 42 सीटें हैं. शुरुआती दौर की बातचीत में दीदी ने कांग्रेस को 2 सीटों का ऑफर दिया, लेकिन कांग्रेस ने इसे खारिज कर दिया. कथित तौर पर बाद में ममता बनर्जी की पार्टी ने कांग्रेस को 5 सीट ऑफर किया लेकिन बात नहीं बन पाई. इसके बाद दीदी ने बंगाल में सभी सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला कर लिया. कहा जाता है कि बंगाल में गठबंधन टूटने के पीछे अधीर रंजन चौधरी का हाथ रहा है.

इसके अलावा कश्मीर में आने वाली तीन लोकसभा सीटों बारामुला, श्रीनगर, अनंतनाग राजौरी में सीट बंटवारे को लेकर नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी के बीच लंबे समय तक बातचीत का दौर चला लेकिन फिर भी गठबंधन टूट गया. पंजाब में भी इसी तरह गठबंधन जमीन पर नहीं उतर सका. आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच बात नहीं बन पाई. आप ने राज्य के सभी 13 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया.

इतना ही नहीं केरल में इंडिया गठबंधन में शामिल कांग्रेस की अगुवाई वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट और वाम दलों की अगुवाई वाले लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट के बीच बात नहीं बनी यहां दोनों गठबंधन आमने सामने चुनाव लड़ रहा है.

 

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