Lok Sabha Election 2024: बिहार के नवादा में आज चुनावी हुंकार भरेंगे पीएम मोदी, जानिए क्या है इस सीट का समीकरण

Lok Sabha Election 2024: आगामी लोकसभा चुनाव के पहले चरण में बिहार की चार सीटों पर चुनाव होना है. इसमें जमुई, गया, औरंगाबाद और नवादा शामिल है. इन सभी सीटों पर 19 अप्रैल को मतदान होना है.
Lok Sabha Election 2024

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

Lok Sabha Election 2024: आगामी लोकसभा चुनाव के पहले चरण में बिहार की चार सीटों पर चुनाव होना है. इसमें जमुई, गया, औरंगाबाद और नवादा शामिल है. इन सभी सीटों पर 19 अप्रैल को मतदान होना है. जिसके देखते हुए राजनीतिक दलों ने चुनावी अभियान को तेज कर दिया है. इसी कड़ी में आज पीएम मोदी नवादा में चुनावी सभा को संबोधित करेंगे. इससे पहले उन्होंने जमुई में एनडीए के सदस्य दल लोक जनशक्ति पार्टी ( रामविलास) के उम्मीदवार के समर्थन में रैली किया था. पीएम मोदी लगातार अलग-अलग राज्यों में चुनावी सभा को संबोधित कर रहे हैं.

नवादा में इस बार कुल आठ 8 प्रत्याशियों के बीच मुकाबला होना है, जिसमें राज्यसभा सांसद विवेक ठाकुर को नवादा में बीजेपी की तरफ से उतारा गया है. वहीं आरजेडी ने सरवन कुशवाहा को टिकट देकर चुनावी मैदान में भेजा है. वहीं पूर्व विधायक राजबल्लव प्रसाद के भाई विनोद यादव और भोजपुरी एक्टर गुंजन सिंह निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं. बीएसपी से रंजीत कुमार, भारत जन जागरण दल से आनंद कुमार वर्मा, पीपुल्स पार्टी ऑफ इंडिया से गनौरी पंडित और भागीदारी पार्टी ऑफ पी से गौतम चुनावी मैदान में है.

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नवादा लोकसभा का इतिहास 

बिहार के नवादा लोकसभा सीट का इतिहास काफी गौरवशाली रहा है. स्वामी सहजानंद सरस्वती और जयप्रकाश नारायण की कर्मभूमि और डॉक्टर श्रीकृष्ण सिंह की जन्मस्थली से भी इसको पहचाना और जाना जाता है. वहीं चुनावी आकंड़ों की बात करें तो नवादा में 1951 से अब तक कुल 17 लोकसभा चुनाव हुए हैं, जिसमें 14 बार नवादा से बाहरी उम्मीदवार को ही जीत मिली है. वहीं तीन बार यहां से स्थानीय नेता अपनी जीत दर्ज कर चुके हैं.

इस सीट से चुने जा चुके स्थानीय प्रत्याशियों की बात की जाए, तो जिले के हिसुआ के मंझवे निवासी सत्यभामा देवी, नवादा के बुधौल के महंत सूर्य प्रकाश नारायण पुरी और तीसरी बार नवादा कलेक्ट्रेट के कर्मचारी प्रेमचंद राम निर्वाचित हुए हैं. प्रेमचंद अपनी नौकरी छोड़कर चुनाव लड़े थे. महंत सूर्य प्रकाश पुरी की बात करें, तो उन्होंने 1967 में जब कांग्रेस से टिकट नहीं मिला तो निर्दलीय चुनाव लड़ गए थे और जीत भी हासिल की थी.

छह चुनावों में कांग्रेस की जीत 

नवादा लोकसभा सीट को अगर दल के आधार पर देखा जाए, तो 17 चुनावो में से 6 बार कांग्रेस और चार बार बीजेपी, दो बार आरजेडी और माकपा जबकि एक-एक बार एलजेपी, बीएलडी और निर्दलीय निर्वाचित हुए हैं. इस सीट से दोर बार महिला उम्मीदवारों ने भी जीत दर्ज की है. पहली बार 1957 में कांग्रेस की सत्यभामा देवी और दूसरी बार 1998 में आरजेडी की मालती देवी. सत्यभामा देवी को मगध की पहली महिला सांसद होने का गौरव मिला था.

नवादा लोकसभा सीट से अब तक जीत चुके नेता

1951: बृजेश्वर प्रसाद- कांग्रेस
1957: सत्यभामा देवी- कांग्रेस
1962: रामधनी दास- कांग्रेस
1967: एमएसपीएन पूरी- निर्दलीय
1971: सुखदेव प्रसाद वर्मा- कांग्रेस
1977: नथुनी राम- जनता पार्टी
1980: कुंवर राम- कांग्रेस
1984: कुंवर राम- कांग्रेस
1989: प्रेम प्रदीप- सीपीआई
1991: प्रेमचंद राम- सीपीआई
1996: कामेश्वर पासवान- बीजेपी
1998: मालती देवी- आरजेडी
1999: डॉ संजय पासवान- बीजेपी
2004: वीर चंद पासवान- आरजेडी
2009: भोला सिंह-बीजेपी
2014: गिरिराज सिंह-बीजेपी
2019: चंदन सिंह- एलजेपी

कुंवर राम को छोड़कर दोबारा कोई नहीं बना सांसद 

इस इलाके के लोगों की खासियत यह है कि जितनी सहजता से यहां के लोग बाहरी प्रत्याशी को स्वीकार करते हैं, उतनी ही बेरुखी से बाहर का रास्ता भी दिखाते हैं. यही वजह रही है कि यहां से कुंवर राम को छोड़कर दोबारा कोई भी प्रत्याशी सांसद नहीं बना. वो भी दोबारा तभी सांसद बन पाए, जब इंदिरा गांधी के प्रति लोगों की सहानुभूति थी.

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