Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग में अब महज 11 दिन रह बचे हैं. लेकिन विपक्ष को एक के बाद एक लगातार झटका लग रहा है. मानों की कांग्रेस पार्टी में पतझड़ की शुरुआत हो गई हो. चुनाव से ठीक पहले नेता पार्टी का हाथ छोड़ बीजेपी के साथ चले जा रहे हैं. हाल के दिनों में कांग्रेस छोड़ने वाले बड़े नेताओं ने या तो बीजेपी का दामन थामा या फिर बीजेपी की अगुवाई वाले NDA में शामिल दलों को अपना ठिकाना बना लिया. कांग्रेस छोड़ने वाले नेता कई कारण गिना रहे हैं. इसमें से ज्यादातर नेताओं ने राम मंदिर, सनातन और राहुल-प्रियंका को कांग्रेस छोड़ने की वजह बताया है. अब इस मुद्दे पर कई नेताओं के कांग्रेस छोड़ने को बीजेपी मुद्दा बना रही. आज पीएम मोदी ने बस्तर में आयोजित रैली से कांग्रेस पर सनातन का अपमान करने का आरोप लगाया है.
बता दें कि साल 2024 का अभी बमुश्किल चौथा महीना चल रहा है, लेकिन देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी को दर्जनभर नेताओं को टाटा बाय-बाय बोल दिया. इस भगदड़ का एक कारण लोकसभा चुनाव भी हैं, लेकिन ये अपने आप में हैरान करने वाली तस्वीर है कि कांग्रेस साल 2024 में अब तक कांग्रेस के 12 दिग्गज नेताओं ने पार्टी छोड़ दी.
कांग्रेस नेताओं की एक लंबी लिस्ट है जिन्होंने पार्टी को बाय बाय कहा है. हाल ही में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण, पूर्व केंद्रीय मंत्री मिलिंद देवड़ा, महाराष्ट्र सरकार में मंत्री रहे बाबा सिद्दीकी के साथ मध्य प्रदेश में पार्टी के बड़े नेता सुरेश पचौरी तक ने पार्टी को ठेंगा दिखा दिया. अशोक चव्हाण और सुरेश पचौरी बीजेपी में शामिल हुए तो वहीं मिलिंद देवड़ा ने सीएम एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना का दामन थामा. इतना ही नहीं कांग्रेस के तेज तर्रार प्रवक्ता रहे गौरव वल्लभ और रोहन गुप्ता भी बीजेपी में जा चुके हैं तो वहीं बॉक्सर विजेंद्र सिंह भी अब भाजपाई हो गए हैं.
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अशोक चव्हाण: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया. वह कथित तौर पर पार्टी से नाखुश थे और बाद में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए.
मिलिंद देवड़ा: इससे पहले जनवरी में जिस दिन कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपनी भारत जोड़ो न्याय यात्रा शुरू की थी, उनके एक समय करीबी सहयोगी रहे मिलिंद देवड़ा ने पार्टी छोड़ दी थी. इसके बाद वह एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले शिवसेना गुट में शामिल हो गए.
बाबा सिद्दीकी: इससे पहले फरवरी में महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद वह 10 फरवरी को अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) में शामिल हो गए.
गौरव वल्लभ
गौरव वल्लभ: कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने भी पार्टी को ठेंगा दिखाते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया और बीजेपी में शामिल हो गए. गौर करने वाली बात ये है कि वल्लभ कई महीनों से कांग्रेस की ओर से टेलीविजन कार्यक्रमों में शामिल नहीं हो रहे थे और लंबे समय से उनकी कोई प्रेस वार्ता भी नहीं हुई थी.
गुलाम नबी आज़ाद: जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और अनुभवी राजनेता गुलाम नबी आज़ाद ने 26 अगस्त 2022 को कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता सहित सभी पदों से इस्तीफा दे दिया. बाद में 26 सितंबर 2022 को आज़ाद ने डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आज़ाद पार्टी के रूप में अपनी राजनीतिक पार्टी की घोषणा की.
कपिल सिब्बल: वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने मई 2022 में कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया और समाजवादी पार्टी के समर्थन से एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में राज्यसभा के लिए चुने गए.
अमरिंदर सिंह: पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और अन्य पार्टी विधायकों के साथ विवाद के बाद नवंबर 2021 में कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया. इसके बाद वह भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए.
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कांग्रेस ने क्या कहा?
सबसे हैरत की बात ये है कि कांग्रेस छोड़ जाने वाले नेताओं को लेकर पार्टी ने भी प्रतिक्रिया दी है. कांग्रेस ने कहा कि लोग डर के मारे हमसे दूर भाग रहे हैं. ये वही लोग हैं जिन्होंने कुछ गलत किया है, जो सिद्धांतों पर है उसे कोई नहीं डरा सकता है. कांग्रेस ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि जिन नेताओं पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे उनमें से अधिकांश वॉशिंग मशीन के माध्यम से पाक-साफ हो गए हैं.