Lok Sabha Election: भाजपा के हाथ लगी बड़ी सफलता, सूरत से मुकेश दलाल ने निर्विरोध दर्ज की जीत, हासिल किया प्रमाण पत्र
Lok Sabha Election: गुजरात में भारतीय जनता पार्टी के हाथ बड़ी सफलता लगी है. सूरत से पार्टी उम्मीदवार मुकेश दलाल निर्विरोध जीत गए हैं. सोमवार को दलाल ने निर्विरोध चुने जाने के बाद अपना विजयी प्रमाण पत्र भी हासिल कर लिया.
#BreakingNews : लोकसभा चुनाव का आया पहला नतीजा, सूरत सीट से BJP उम्मीदवार मुकेश दलाल की निर्विरोध जीत… कांग्रेस उम्मीदवार का नामांकन खारिज…@mukeshdalal568#LokSabhaElections2024 #BJP #Gujrat #Surat #MukeshDlal #VistaarNews pic.twitter.com/4ybfz2czf3
— Vistaar News (@VistaarNews) April 22, 2024
बता दें कि सूरत लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी निलेश कुम्भानी का नामांकन रद्द होने के बाद अन्य सभी उम्मीदवारों ने अपने नाम वापस ले लिए. वहीं, कांग्रेस ने आरोप लगाया कि चुनाव में हार के डर से घबराई और बौखलाई भाजपा नामांकन रद्द करवाने के हथकंडे अपना रही है.
कांग्रेस उम्मीदवार का नामांकन क्यों हुआ रद्द?
दरअसल, सूरत से कांग्रेस उम्मीदवार निलेश कुम्भानी के प्रस्तावक में उनके बहनोई जगदीश सावलिया, भांजे ध्रुविन धामेलिया और भागीदार रमेश पोलरा के हस्ताक्षर होने का दावा किया गया था. लेकिन तीनों ने चुनाव अधिकारी के सामने एफिडेविट देकर कहा कि कुम्भानी के फॉर्म में उनके हस्ताक्षर नहीं है.
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इसके बाद चुनाव अधिकारी ने जवाब देने के लिएनिलेश कुम्भानी को एक दिन का वक्त दिया था. कांग्रेस उम्मीदवार जब अपने वकील के साथ चुनाव अधिकारी को जवाब देने पहुंचे, उस दौरान तीन में से एक भी प्रस्तावक मौजूद नहीं रहे.
कांग्रेस ने कही ये बात
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शक्तिसिंह गोहिल ने भाजपा पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा, “गुजरात की आवाम का आक्रोश भाजपा के खिलाफ है जगह जगह भाजपा का विरोध. चुनाव में हार के डर से घबराई और बौखलाई भाजपा ने कांग्रेस के उम्मीदवारों के फॉर्म निष्कासित करवाने के हथकंडे अपना रही है. 159 सूरत विधानसभा चुनाव के दौरान नामांकन पत्र में हस्ताक्षर करने वाले मुकर गए थे फिर भी रिटर्निंग ऑफिसर ने जजमेंट उम्मीदवार के पक्ष में देकर फॉर्म स्वीकार किया था, आज सुरत से कांग्रेस उम्मीदवार नीलेश कुम्भणी का नामांकन पत्र में वैसे ही स्थिति है. संवैधानिक संस्था भारतीय चुनाव आयोग की भी जिम्मेदारी है की चुप ना बैठे, संज्ञान ले और उम्मीदवार को चुनाव लड़ने की इजाजत दे. मुझे पूरा विशवास है, गुजरात की प्यारी आवाम का साथ, समर्थन और आशीर्वाद कांग्रेस को और मजबूत बनाएगा.”
गुजरात की आवाम का आक्रोश भाजपा के खिलाफ है जगह जगह भाजपा का विरोध । चुनाव में हार के डर से घबराई और बौखलाई भाजपा ने कांग्रेस के उम्मीदवारों के फॉर्म निष्कासित करवाने के हथकंडे अपना रही है ।
159 सुरत विधानसभा चुनाव के दौरान नामांकन पत्र में हस्ताक्षर करने वाले मुकर गए थे फिर भी… pic.twitter.com/CNfgpXETJX— Shaktisinh Gohil MP (@shaktisinhgohil) April 21, 2024