Uttarakhand: केदारनाथ से भाजपा विधायक शैलारानी रावत का निधन, लंबे समय से चल रहा था इलाज

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भाजपा विधायक शैलारानी रावत के निधन पर दुख व्यक्त किया है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "केदारनाथ विधानसभा से लोकप्रिय विधायक शैला रानी रावत के निधन का अत्यंत पीड़ादायक समाचार प्राप्त हुआ. उनका जाना पार्टी और क्षेत्रवासियों के लिये अपूरणीय क्षति है."

भाजपा विधायक शैलारानी रावत का निधन

Uttarakhand News: उत्तराखंड की केदारनाथ विधानसभा सीट से भाजपा विधायक शैलारानी रावत का मंगलवार रात को निधन गया है. 68 वर्षीय रावत लंबे समय से बीमार चल रही थीं. उनका देहरादून के मैक्स हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था. प्राप्त जानकारी के मुताबिक, रावत दो दिनों से वेंटिलेटर पर थीं. उन्होंने रात करीब साढ़े दस बजे के आसपास अंतिम सांस ली है.

CM धामी ने जताया दुख

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भाजपा विधायक शैलारानी रावत के निधन पर दुख व्यक्त किया है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “केदारनाथ विधानसभा से लोकप्रिय विधायक शैला रानी रावत के निधन का अत्यंत पीड़ादायक समाचार प्राप्त हुआ. उनका जाना पार्टी और क्षेत्रवासियों के लिये अपूरणीय क्षति है. उनकी कर्तव्यनिष्ठा और जनसेवा के प्रति समर्पण भाव को सदैव याद रखा जाएगा. ईश्वर से दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान एवं शोक संतप्त परिजनों व समर्थकों को यह असीम कष्ट सहने की शक्ति प्रदान करने की कामना करता हूं. ॐ शांति.”

ऐसा रहा सियासी सफर

आपको बता दें, शैलारानी रावत ने अपनी राजनीतिक पारी का आगाज कांग्रेस पार्टी के साथ किया था. वो साल 2012 में केदारनाथ सीट से जीतकर पहली बार विधानसभा पहुंची थीं. हरीश सरकार के दौरान कांग्रेस में हुई बगावत के समय रावत पार्टी के कई विधायकों के साथ भाजपा में शामिल हो गईं. वहीं, फिर भाजपा ने 2017 विधानसभा चुनाव में उन्हें केदारनाथ सीट से उम्मीदवार घोषित किया था, लेकिन वह हार गई थीं. इसी विधानसभा चुनाव में वो प्रचार के दौरान गिर गई थीं, जिससे उन्हें आंतरिक चोट आई थी. साथ ही मांस फटने के कारण उन्हें कैंसर भी हो गया था. रावत लगभग तीन साल तक इलाज के बाद स्वस्थ्य होकर फिर से राजनीति में सक्रिय हुईं. इसके बाद 2022 विधानसभा चुनाव में पार्टी ने उन्हें फिर से केदारनाथ से उम्मीदवार बनाया और उन्होंने जीत हासिल की.

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वहीं, हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में प्रचार के दौरान ओंकारेश्वर मंदिर की सीढ़ियों से गिरने के कारण उनकी रीढ़ की हड्डी फ्रैक्चर हो गई थीं. इसकी सर्जरी हुई थी, लेकिन बीते दिनों उनकी तबीयत ज्यादा खराब हो गईं और उन्हें मैक्स हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था. रावत ने मंगलवार रात करीब साढ़े दस बजे के आसपास अंतिम सांस ली है.

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