MP News: मध्य प्रदेश के जबलपुर में एक महिला टीचर ने एप पर ई-अटेंडेंस लगाने को लेकर अजीबोगरीब आपत्ति जताई है. माध्यमिक विद्यालय की महिला टीचर ज्योति पांडे का कहना है कि एप पर ई-अटेंडेंस लगाने से उनका निजी डेटा लीक हो सकता है. इसलिए वह ई-अटेंडेंस नहीं लगाएंगी. डाटा और साइबर सुरक्षा की कोई गारंटी नहीं है.
महिला टीचर ने कारण बताओ नोटिस का दिया जवाब
पूरा मामला महाराजपुर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का है. यहां महिला टीचर ज्योति पांडे पिछले कई दिनों से एप पर ई-अटेंडेंस नहीं लगा रहीं थीं. कई बार कहने के बाद भी उन्होंने अटेंडेंस नहीं लगाई. इसके बाद जब स्कूल प्रशासन की तरफ से उन्हें कारण बताओ नोटिस दिया गया तो टीचर ने ई-अटेंडेंस को लेकर ही अपनी आपत्ति जता दी. ज्योति पांडे ने अपने पत्र में निजी मोबाइल का शासन से डाटा सुरक्षा और साइबर क्षतिपूर्ति की गारंटी देने की बात का जिक्र किया है.
‘टीचर को व्हाट्सएप ग्रुप में नहीं चलाना चाहिए था’
वहीं डीईओ घनश्याम सोनी ने महिला टीचर की चिंता को बेबुनियाद बताया है. डीईओ ने कहा, ‘मुझे लगता है कि अगर जवाब देना था तो सीधे प्राचार्य को देना चाहिए था. लेकिन व्हाट्सएप ग्रुप में इस तरह पत्र को नहीं फैलाना चाहिए था. अगर कोई परेशानी किसी टीचर को है, तो अपने अधिकारी या प्राचार्य को बता दे सकता है. शासन की तरफ से हमको निर्देश है कि एप के जरिए अटेंडेंस लगाने के लिए कहा गया है. इस एप से कोई भी विपरीत परिस्थिति आ रही है, ऐसी कोई भी प्रामाणिक तथ्य नहीं है. किसी भी टीचर ने इस तरह की कोई बात नहीं कही है. इसलिए टीचर को अपने प्राचार्य से बात करनी चाहिए थी.’
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