MP News: मध्य प्रदेश सरकार की ओर से विधानसभा में विधायक के सवाल पर जवाब दिया है. सरकार ने बताया है कि मध्य प्रदेश में हर साल 10,000 से अधिक बच्चे लापता हो रहे हैं. 4 साल के भीतर 60,000 से अधिक बच्चे लापता हुए हैं. यह बात सरकार ने सदन में विधायक के सवाल पर कहा है. सरकार की तरफ से जानकारी देते हुए कहा गया है कि सबसे ज्यादा बच्चों में बालिकाएं लापता हुई हैं. करीब 48,274 बालिकाएं लापता हुई हैं, जबकि 11,091 बच्चे गायब हुए हैं.
कांग्रेस विधायक ने पूछा था सवाल
कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री सचिन यादव ने सरकार से पूछा था कि मध्य प्रदेश में कानून व्यवस्था को लेकर अक्सर यह बात निकल के सामने आती है कि सबसे ज्यादा लापता बच्चे हो रहे हैं. सरकार ने सदन में जानकारी देते हुए आंकड़ा भी बताया है. इसके साथ जानकारी देते हुए बताया है कि सबसे ज्यादा बच्चियों लापता हुई है. खास बात है कि जितनी संख्या में बच्चे लापता हुए हैं. उनके मुकाबले रिकवरी की संख्या काफी कम है. इसके बारे में विधायक सचिन यादव ने कहा कि मध्य प्रदेश में लगातार कानून व्यवस्था खराब हो रही है. बच्चे लगातार लापता हो रहे हैं. सरकार उन्हें खोजबीन करके उनके परिवार के जनों को लौटा भी नहीं कर पा रही है.
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अब तक कितने बच्चे लापता
कांग्रेस विधायक सचिन यादव द्वारा विधानसभा में उठाए गए सवाल के जवाब में राज्य सरकार ने स्वीकार किया है कि वर्ष 2021 से 4 जुलाई 2025 तक 59,365 बच्चे गुमशुदा हुए हैं. गुमशुदा बच्चों के आंकड़ों में बालिकाओं की संख्या सर्वाधिक है. इनमें बालिकाओं की 48,274 और बालकों की संख्या 11,091 है. वहीं भोपाल जिले की बात करें तो कुल गुमशुदा बच्चों की संख्या 2,980 है, इनमें बालिकाएं 1804 और बालक 1174 हैं. इंदौर जिला में कुल गुमशुदा बच्चों की संख्या 4574 है, इनमें 3,560 बालिकाएं और 1,014 बालक हैं.
