Jabalpur News: प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत की ओर कदम बढ़ाते हुए जबलपुर में भारतीय नौसेना के लिए पहली बार हाइब्रिड केवल तैयार की गई है. यह हाइब्रिड केबल समुद्र की गहराइयों में बिजली की आपूर्ति कर पाएगी बल्कि समरीन को सिग्नल भी भेज पाएगी. जबलपुर के आईटी पार्क में तैयार की गई. हाइब्रिड केबल को ले जा रहे ट्रक को आज हरी झंडी दिखाई गई. इस मौके पर जबलपुर सांसद आशीष दुबे ने केबल के ट्रक को हरी झंडी दिखाकर नौसेना के लिए रवाना किया.
पहली बार भारत में बनाई गई हाईब्रिड केबल
दरअसल शहर के आईटी पार्क में संचालित एनोड इलेक्ट्रॉनिक्स प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी ने नौसेना के लिए केबल कंसाइनमेंट तैयार किया है. यह हाइब्रिड केबल पहली बार भारत में बनाई गई है. नौसेना अब तक इस हाइब्रिड केबल को यूरोप से खरीदी थी लेकिन मेक इन इंडिया के तहत नौसेना ने इसे भारत में ही तैयार करवाने के लिए कंपनियों से ऑफर बुलवाए थे. जिसमें जबलपुर की एनोड कंपनी ने यह ठेका 4 करोड़ 80 लाख रुपए में लिया. 6 महीने में ही 26 किलोमीटर लंबी हाइब्रिड केबल बनाकर तैयार कर दी.
ये भी पढ़ें: ग्वालियर में बदमाशों ने घर के बाहर सो रही मां-बेटी पर की फायरिंग; मां की मौत, पुलिस मामले की जांच में जुटी
समुद्र के अंदर बिजली और सिग्नल सप्लाई करने का काम करती है केबल
नौसेना की सबमरीन समुद्र के काफी नीचे रहती है. ऐसे में सबमरीन तक बिजली सप्लाई और सिग्नल पहुंचाने के लिए हाइब्रिड केवल का इस्तेमाल किया जाता है. यह केवल अब तक यूरोप से खरीदी जाती थी जो काफी महंगी पड़ती थी लेकिन मेक इन इंडिया प्रोग्राम के तहत भारत में ही इस हाइब्रिड केवल को बनाने का फैसला लिया गया. सबमरीन के अंदर नौसेना को सिग्नल देने के लिए है यह केवल काम आती है. इस हाइब्रिड केवल में सिग्नल के अलावा बिजली की आपूर्ति भी की जा सकती है. 26 किलोमीटर लंबी समरीन केबल को ट्रक से नौसेना के लिए रवाना किया गया है. नौसेना ने भी तकनीकी रूप से केबल को पास कर दिया है. निश्चित तौर पर नौसेना को यह हाइब्रिड केवल बेहद सस्ती पड़ी है.