Kamal Nath: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ के 2 मार्च को ग्वालियर में राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ में शामिल होने के फैसले ने उनके भाजपा में शामिल होने की अटकलों पर विराम लगा दिया है. वर्तमान में छिंदवाड़ा से विधायक कमलनाथ की मध्य प्रदेश पार्टी इकाई में बहुत कम या कोई भूमिका नहीं है. यहां जीतू पटवारी और उमंग सिंघार जैसे युवा नेता नेतृत्व कर रहे हैं. इस बीच खबर आई कि कांग्रेस से नाराज कमलनाथ अपने बेटे नकुलनाथ के साथ बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. हालांकि, अब उन्होंने सारे कयासों और अटकलों पर बिराम लगा दिया है. इस मुद्दे पर पहली बार कमलनाथ ने चुप्पी तोड़ी है.
"सबसे पहले आप लोग मेरे भाजपा में जाने का खंडन करे, मैने कभी नहीं कहा कि मैं भाजपा जाउंगा..", भाजपा में जाने की अटकलों के बाद पहली बार बोले- मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ #Congress #MadhyaPradesh #Kamalnath #Bhopal #Chhindwada #VistaarNews pic.twitter.com/N20TGKntc8
— Vistaar News (@VistaarNews) February 27, 2024
मेरे भाजपा में जाने की अफवाह फैलाई जा रही थी: कमनाथ
भाजपा एपिसोड के बाद छिंदवाड़ा में कमलनाथ ने लंबे समय के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा कि मेरे भाजपा में जाने की जो अफवाह फैलाई जा रही थी उसका खंडन मीडिया को करना चाहिए, मैंने तो कभी नहीं कहा कि मैं कहां जा रहा हूं और क्या जॉइन कर रहा हूं. पूर्व सीएम कमलनाथ के बीजेपी जॉइन करने की अटकलें के बीच पहली बार छिंदवाड़ा में कमलनाथ मीडिया से रू-ब-रू हुए. उन्होंने कहा कि उनके भाजपा में जाने की जो अफवाह फैलाई जा रही थी उसका खंडन मीडिया को करना चाहिए, क्योंकि यह अफवाह मीडिया के द्वारा ही फैलाई गई थी और मीडिया को ही इसका जवाब देना चाहिए. मैंने तो कभी नहीं कहा कि मैं कहां जा रहा हूं और क्या जॉइन कर रहा हूं. ना मेरी तरफ से कोई इशारा हुआ ना ही कोई बात हुई मीडिया ही इसको चलाती है और फिर मेरे से ही सवाल करती है.
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किस ओर कमलनाथ की नजर?
बताते चलें कि मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम और कांग्रेस के दिग्गज नेता कमनाथ का एकमात्र विकल्प छिंदवाड़ा से चुनाव लड़ना है, जहां उनके बेटे नकुल वर्तमान में लोकसभा सांसद हैं या बैतूल, सिवनी, बालाघाट या जबलपुर की पड़ोसी सीटों पर ध्यान देना है. यदि नाथ लोकसभा सीट जीतने में कामयाब होते हैं, तो वह लोकसभा में विपक्ष के नेता बनने के लिए एक मजबूत दावेदार बन जाएंगे, बशर्ते उनकी पार्टी 55 सीटों का आंकड़ा पार कर जाए.