MP News: मध्य प्रदेश में अभी तक की सबसे बड़ी चरस की तस्करी की खेप पुलिस के हाथ लगी है. नेपाल से लेकर आई जा रही साढ़े 12 करोड़ की चरस के साथ दो तस्करों को पकड़ने में पुलिस को बड़ी सफलता हांथ लगी है. इस कारवाई को भोपाल क्राइम ब्रांच ने अंजाम दिया. क्राइम ब्रांच अवैध मादक पदार्थ और तस्करों के नेटवर्क को ध्वस्त करने में कई महीनों से लगी हुई है.
नेपाल के रास्ते भोपाल आई
मध्य प्रदेश पुलिस को अभी तक की सबसे बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने 36.18 किलोग्राम चरस पकड़ी है. इसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत साढ़े 12 करोड़ बताई जा रही है. पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है और दोनों ही अंतरराज्यीय तस्कर हैं. आरोपी नेपाल जाकर सस्ते दामों पर बिहार के रास्ते अवैध मादक पदार्थ लाते थे.
नेपाल से लेकर प्रदेश के कई जिलों तक इनका नेटवर्क काम करता था. इसके पूर्व भी तस्करों का गिरोह कई किलो चरस भोपाल में खपा चुका है. कुछ दिन पूर्व क्राइम ब्रांच ने नेपाल से लाई गई 23 किलो चरस पकड़ी थी, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत 7 करोड़ 60 लाख रुपए बताई गई थी.
निशातपुरा रेल कोच फैक्टरी के पास कार्रवाई
पुलिस कमिश्नर की मानें तो अयोध्या बायपास के पास कोच फैक्ट्री के जंगल में दो संदिग्ध व्यक्ति बैठे मिले और भारी मात्रा में मादक पदार्थ खपाने के लिए तस्करों का इंतजार कर रहे थे, जिसमें बिहार के गोपालगंज का रहने वाला विजय शंकर यादव और दूसरा हरकेश चौधरी था. आनन-फानन में हरकत में आए वरिष्ठ अधिकारियों ने स्टेशन बजरिया इलाके में दल-बल के साथ घेराबंदी करके दोनों को पकड़ लिया. बैग की तलाशी ली गई तो उसमें भारी मात्रा में चरस रखी हुई थी. इसको देखकर पुलिस के बड़े अधिकारियों के भी होश उड़ गए. यही नहीं, पुलिस अब इस पूरे मामले में उन लोगों की भी पड़ताल कर रही है, जो इस बड़े नशे के सौदागरों से नशीली सामग्री लिया करते थे. पुलिस उन पर भी बड़ी कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है.