Rewa: मध्य प्रदेश में गांव और खेतों में खुले पड़े बोरवेल जानलेवा साबित हो रहे हैं. 12 अप्रैल शुक्रवार को प्रदेश के रीवा में मासूम बोरवेल में गिर गया. पूरा मामला त्योंथर के जनेह थाना इलाके के मनिका गांव का है जिसके बाद मौके पर गांव वालों की भीड़ जुट गई. बच्चे का नाम मंयक आदिवासी है बच्चे की उम्र 6 साल बताई जा रही है. घटना की जानकारी मिलते ही रेस्क्यू दल मौके पर पहुंच गया. अब रेसक्यू का काम तेजी से जारी है.
मौके पर पहुंचा प्रशासन
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन रेस्क्यू दल मौके पर पहुंच गया. रेस्क्यू का काम जारी है. दो जेसीबी मशीनों को खुदाई के लिए काम पर लगाया है. रेस्क्यू ऑपरेशन के तहत 60 फीट होनी है खुदाई अभी 15 से 20 फीट तक ही खुदाई हो पाई है. रीवा एसपी विवेक सिंह मौके पर पहुंच गए. साथ ही त्योंथर विधायक सिद्धार्थ तिवारी मौके पर पहुंच गये.
तेज बारिश बन रही मुसीबत
मध्य प्रदेश में बदले माैसम के मिजाज की वजह से रीवा में तेज बारिश शुरु हो गई, जिसके बाद से रेस्क्यू ऑपरेशन धीमा हो गया. फिलहाल रेस्क्यू ऑपरेशन धीरे ही सही लेकिन जारी है.
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MP में गांव और खेतों में खुले पड़े बोरवेल जानलेवा हैं बच्चों के लिए
मध्य प्रदेश में बच्चों के बोरवेल में गिरने की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही. मध्य प्रदेश के कई जिलों में प्रशासन ने खुले बोरवेल पर सख्त कार्रवाई भी की, लेकिन इसका कोई असर देखने को नहीं मिल रहा है. लिहाजा ऐसी घटनाएं सामने आती रहती है.
मध्य प्रदेश में बीते 1 साल के दरमियान हो चुकी है ऐसी घटनाएं
– 6 जून 2023 में सीहोर जिले के मुंगावली गांव में ढ़ाई साल की बच्ची सृष्टि कुशवाह 300 फीट गहरे बोरवेल में गिर गई. बच्ची को बाहर निकालने के लिए सेना सहित एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम जुटी थी.
– 6 मई 2023 को बैतूल जिले के सोनतलाई गांव में ढाई साल बच्चा बोरवेल में गिर गया था. बच्चा बोरवेल की केसिंग पाइप में 10 फीट नीचे फंसा हुआ था. ग्रामीणों ने बांस में एक हुक बांधकर बोरिंग में डाला और बच्चे के कपड़े में फंसने के बाद उसे ऊपर खींच लिया.
– 3 अप्रैल 2023 को रायसेन जिले के भानपुर गांव में 10 साल का आशीष केवट गांव के बाहर बोरवेल में गिर गया था. ग्रामीणों ने तुरंत बच्चे को निकालने के लिए बोरवेल में रस्सी डाली और उसे बाहर खींच लिया.
– मार्च 2023 में विदिशा जिले के खेरखेड़ी गांव में सात वर्षीय लोकेश अहिरवार 60 फीट गहरे बोरवेल में गिर गया था. 24 घंटे चले रेस्क्यू आपरेशन के बाद उसे बाहर निकाला गया, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी.
– फरवरी 2023 में छतरपुर जिले के ललगुवां गांव में बच्ची नैंसी विश्वकर्मा 30 फीट गहरे बोरवेल में गिर गई थी. चार घंटे चले रेस्क्यू आपरेशन में ही नैंसी को बाहर निकाल लिया गया था.
– दिसंबर 2022 में बैतूल के मांडवी गांव में आठ साल का तन्मय बोरवेल में गिर गया था. करीब 84 घंटे तक चले रेस्क्यू आपरेशन के बाद भी उसे बचाया नहीं जा सका.