Tiger Hunting: यूं तो मध्यप्रदेश के सर पर बाघ स्टेट होने का तमगा है लेकिन यहां पर आए दिन बाघ के शिकार की खबरे सामने आते रहती है. इससे इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि टाइगर स्टेट में आखिर बाघ कितने सुरक्षित है. बाघ के शिकार के बाद उसकी खाल के तस्करी का ताजा मामला बालाघाट से सामने आया है.
करंट लगाकर किया शिकार
गढ़ी क्षेत्र के अंतर्गत इमलिटोला के जंगल में शिकारियों ने पहले करंट लगाकर बाघ का शिकार किया. फिर उसकी खाल को बेचने की फिराक में थे. जहां बाघ का शिकार हुआ था वह कान्हा नेशनल पार्क से लगा हुआ एरिया है. ऐसे में अब यह सवाल खड़े होने लगे है की क्या बाघों के लिए सबसे सुरक्षित माने जाने वाले कान्हा पार्क जैसे क्षेत्र में बाघ सुरक्षित नही है. इस घटना के बाद अब वन अमले और कान्हा प्रबंधन पर भी सवाल या निशान खड़े होने लगे है.
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मुखबिर की सूचना पर की कार्रवाई
नवेगांव ग्रामीण थाना पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी की तीन लोग मोटर साइकिल से बाघ की खाल को लेकर महाराष्ट्र के गोंदिया बेचने की फिराक से जा रहे है. इस सूचना पर तत्काल कार्यवाही करते हुए तीन तीनो आरोपियों को पकड़ने के लिए गोंगलई चौक गोंदिया रोड में नाके बंदी की गई. फिर उन्हें पकड़ा गया. जिनके पास से बाघ की खाल बरामद की गई. बाघ की खाल बेचने के फिराक में मोटर साइकिल से बालाघाट से महाराष्ट्र के गोंदिया जा रहे तीन आरोपितों उदय सिंह परते गढ़ी निवासी, राजेश पंद्रे गढ़ी निवासी, किशोर टेंभर बैहर निवासी है.