MP News: सागर के बंडा तहसील में एक अजीब मामला सामने आया है. यहां एक व्यक्ति को केवल 2 रुपए सालाना आय का सर्टिफिकेट जारी कर दिया गया. जिसके बाद अब गरीब परिवार सरकारी कार्यालयों के चक्कर लगाने को मजबूर है. यह सर्टिफिकेट बलराम चढ़ार नाम के एक व्यक्ति के लिए जारी हुआ. बलराम का कहना है कि उसने आवेदन में अपनी आय 40,000 रुपए बताई थी, लेकिन ऑनलाइन प्रक्रिया के दौरान गलती से यह राशि 2 रुपए दर्ज कर दी गई. सर्टिफिकेट जारी करने वाले बण्डा तहसील में पदस्थ तहसीलदार का नाम ज्ञानचंद राय है. अब इस पूरे मामले में चौंकाने वाली बात यह है कि न तो लोकसेवा केंद्र ने इस त्रुटि पर ध्यान दिया और न ही तहसीलदार ने इस पर कोई सवाल उठाया. तहसीलदार ने बिना किसी जांच-पड़ताल के इस प्रमाण पत्र पर हस्ताक्षर कर दिए.
परेशान हो रहा गरीब परिवार
अब तहसीलदार की इस अक्षम लापरवाही का खामियाज बेचारे गरीब परिवार को भुगतना पड़ रहा है. पीड़ित बलराम चढ़ार के पुत्र सौरभ चढ़ार जो कि कक्षा 12 वी का छात्र है उसको गलत आय प्रमाण पत्र जारी किया जाने के कारण छात्रवृत्ति का लाभ नही मिल पा रहा है.
यह प्रमाण पत्र अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. यह 8 जनवरी 2024 में जारी किया गया था, हालांकि इस प्रमाण पत्र को जारी हुए लगभग 10 महीने बीत चुके है. लेकिन इस सर्टिफिकेट के सामने आने के बाद हड़कंप मचा हुआ है.
ये भी पढ़ें: PSO अरुण सिंह भदौरिया ने दिलाई विधायक मधु वर्मा को नई जिंदगी, सीएम ने किया सम्मानित
बंडा तहसीलदार बोले- आय प्रमाण पत्र की जांच करा रहे
बंडा तहसीलदार महेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि यह मामला उनकी पदस्थापना से पहले का है और वे आय प्रमाण पत्र की जांच करा रहे हैं. उन्होंने कहा कि अगर सर्टिफिकेट में गलती है, तो इसे ठीक कराया जाएगा. तहसील के बाबू से लेकर तहसीलदार तक ने इस गलत जानकारी को नोटिस नहीं किया, जो गंभीर लापरवाही की ओर इशारा करता है.