Indian Railway Bhopal: नई दिल्ली-रानीकमलापति शताब्दी एक्सप्रेस (12002) में एक डॉक्टर और उनके परिवार का ट्राली बैग भोपाल उतरते समय छूट था. टीटीई मनीष कुमार दुबे को यह बैग की जानकारी रानीकमलापति स्टेशन पर उतरते हुए लगी उन्होंने टैब में नए एप्लिकेशन के माध्यम से यात्री की जानकारी लेकर तुरंत लौटने वाली शताब्दी 12001 से पुनः भोपाल स्टेशन पर 30 मिनट में ही समान लौटा दिया गया. दरअसल यह सब संभव हो सका,रेलवे की ओर से टीटीई को दिए गए टैबलेट के नये सॉफ्टवेयर को अपडेट करने के चलते. यात्री व उनका परिवार रेल स्टाफ द्वारा इतनी जल्दी होने वाले इस कार्य अभिभूत था. इस नए एप्पलीकेशन के द्वारा tti और यात्री के बीच बेहतर सामंजस्य स्थापित हो जाएगा.
यह है पूरा मामला
जानकारी के अनुसार रविवार को भोपाल के रहने वाले डॉक्टर मोहम्मद नावेद झांसी से भोपाल के लिए शताब्दी एक्सप्रेस के एस-5 10 नंबर बर्थ पर सफर कर रहे थे. भोपाल स्टेशन पर ट्रेन आने पर वह वह उतर गए लेकिन उनका बैग ट्रेन में ही छूट गया. जिसमें नगद रुपए सहित डॉक्टर किट रखी थी. नियमित हाल्ट के बाद ट्रेन रानीकमलापति स्टेशन के लिए रवाना हो गई. ट्रेन के रानी कमलापति स्टेशन पहुंचने से पहले ट्रेन में ड्यूटी कर रहे टीटीई मनीष कुमार दुबे की नजर पड़ गई. इसके बाद उन्होंने पहले कोच में मौजूद यात्रियों से बैग के संबंध में पूछताछ की. जब किसी अन्य यात्री ने बैग को लेकर अपना दवा पेश नहीं किया गया. तब उन्होंने एस-5 10 नंबर बर्थ के यात्री की जानकारी जुटाई. उन्होंने संपर्क कर यात्री को तत्काल यात्री से संपर्क वापस भोपाल स्टेशन पर पहुंचने के लिए कहा. इसके बाद जब शताब्दी एक्सप्रेस रानीकमलापति स्टेशन से दिल्ली के लिए रवाना होकर भोपाल स्टेशन पर पहुंचते ही यात्री को बैग सौंप दिया. यात्री सहित उनका परिवार ने बैग के मिलते ही रेलवे व टीटीई का आभार प्रकट किया.
वहीं इस पूरी घटना के बाद यात्रा कर रहे नावेद ने बताया कि बैग में कीमती सामान व डॉक्टर की किट थी. बैग के छूटने के बाद वह काफी निराश हो गए थे. पुलिस थाने में शिकायत करने जाने का सोच रहे थे. इसबीच टीटीई का फोन आने पर चैन की सांस ली.