परसराम साहू-
MP News: विगत 27 सिंतबर को सागर मे चौथा रीजनल इंडस्ट्री कान्क्लेव संपन्न हुआ. जिसमे देश विदेश के 100 से अधिक बड़े उघोगपति शामिल हुए. जिसमें 23 हजार करोड़ रुपए से अधिक के निवेश की बात सीएम मोहन यादव ने कही. जिससे तीस हजार लोगों को रोजगार मिलेगा. आगामी समय मिल इसके परिणाम क्या होगें ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा. लेकिन रीजनल इंडस्ट्री कान्क्लेव के बाद अब सागर की राजनीति मे उबाल आ गया हैं.
प्रदेश सहित सागर की राजनीति मे उबाल उस वक्त आया जब प्रदेश के पूर्व गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह, विधानसभा के सबसे वरिष्ठ सदस्य गोपाल भार्गव ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट लिख कर पोस्ट की. उस पोस्ट मे बुदेलखंड के दोनों बड़े नेताओं का दर्द झलक कर सामने आ गया.
यह है पूरा मामला
दरअसल, रीजनल इंडस्ट्री कानक्लेव के दौरान सागर के रहली से विधायक गोपाल भार्गव और खुरई विधायक भूपेंद्र सिंह को तवज्जो नही दी गई. इस मामले में उबाल उस वक्त आ गया जिसमे एक दैनिक समाचार पत्र ने खबर प्रकाशित की कि पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह ने मंच पर कुर्सी लगवाने का प्रयास किया.
आज एक समाचार पत्र में इस आशय की पंक्तियां पढ़ कर मन व्यथित हुआ जिसमें लिखा गया है कि सागर इन्वेस्टर्स कान्क्लेव के मंच…
Posted by Bhuppendra Siingh on Sunday, September 29, 2024
इसी को लेकर मंत्री भूपेंद्र सिंह ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट जारी कि जिसमे उन्होंने लिखा कि मैने कभी कुर्सी की चाह नहीं कि अगर कुर्सी की चाह होती तो काग्रेस सरकार मे यातनाएं न सही होती,झुठे मुकदमे नहीं झेले होते, अपनी करोडों की जमीन औंनै पौने दामों पर शासन को अधिग्रहण नहीं करने देता.
संघ और बीजेपी मेरे खून में
इसके साथ ही उन्होंने लिखा कि संघ और भाजपा मेरे खून मे है और इनके अनुशासन का अनुसरण सदैव मैने किया है. जिसके लिए विगत 45 वर्षों से मै कार्यकर्ता के रूप मे काम कर रहा हूँ. 25 वर्ष संघर्ष भरें रहें जिनमें काग्रेस सरकार थी. जनसमस्याओं को आदोलनो मे पुलिस की लाठियां खाई, अनेक बार जेलों की यातनाएं सही लेकिन संघर्ष का मार्ग नहीं छोड़ा और न विचारधारा से समझौता किया.
उन्होंने आगे लिखा कि मैने छात्र जीवन मे पार्टी के लिए दरी बिछाने, दीवार लेखन करने, सड़कों पर जनसमस्याओं को लेकर आंदोलन कर बिना किसी अपराध के जेलें काटी है. पुलिस ने पीटा और दर्जनों झूठे मुकदमे झेलें हैं.
गोपाल भार्गव ने वर्तमान राजनीति पर साधा निशाना
रहली से विधायक विधानसभा के सबसे वरिष्ठ सदस्य गोपाल भार्गव ने भी एक पोस्ट लिखकर वर्तमान राजनीति के ऊपर निशाना साधा. उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर लिखा कि मेरे 71 साल के जीवन मे यह पहला अनुभव था जब मै अपने नाती को स्कूल लेने पहुंचा. उसके पहले न मै कभी अपने तीनों नाती और बेटे अभिषेक को कभी स्कूल लेने और न भेजने गया. और न कभी घुमाने ले गया.
भौर होते ही बच्चों को तैयार कर स्कूल छोड़ने तथा बाद में वापिस लाने का आनंद और अनुभव बहुत ही अलग होता है, जिसका आज मुझे…
Posted by Gopal Bhargava on Friday, September 27, 2024
वह आगे लिखते हैं कि राजनीति के कठोर धरातल पर चलते हुए परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं लगभग शून्य हो चुकी थी. इस बीच आज एक हल्का सा पारिवारिक एहसास हुआ. मैं साल 1974 से जय प्रकाश जी के संपूर्ण क्रांति आदोलन के माध्यम से राजनीति मे आया था तथा इस वर्ष सक्रिय राजनीति मे मुझें पूरे 50 वर्ष हो चुके है. बहरहाल, जिसने कभी अपनी राजनीतिक यात्रा मे पीछे मुढ़कर नहीं देखा 50 वें वर्ष मे राजनीति ऐसे दिन दिखाएगी ये किसने सोचा था.
गोपाल भार्गव रहली विधानसभा के लगातार 8 बार से विधायक है. साथ ही मंत्री भूपेंद्र सिंह पांचवीं बार विधायक और एक बार सांसद रहें हैं. इन जैसे वरिष्ठ अनुभवी राजनेताओं की प्रतिक्रिया सोशल मीडिया पर आना यह माना जा सकता है कि भाजपा मे अब सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है.
ये भी पढ़ें: ग्वालियर रेलवे स्टेशन के नामकरण को लेकर गरमाई सियासत, BJP सांसद और सिंधिया समर्थक नाम को लेकर आपस में भिड़े