BhojShala ASI Survey: धार के भोजशाला सर्वे को लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है. 29 अप्रैल सोमवार को इस मामले में इंदौर हाईकोर्ट में सुनवाई थी. जिस सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने धार भोजशाला के सर्वे के लिए ASI को आठ सप्ताह का अतिरिक्त समय दिया है. कोर्ट ने 4 जुलाई के पहले अधिकारियों को फाइनल रिपोर्ट देने का आदेश दिया है. भोजशाला के सर्वे के लिए और समय की मांग की गई थी.
भोजशाला में चल रहे ASI सर्वे का आज 39वां दिन है. पिछले आदेश के मुताबिक आज आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया को हाईकोर्ट में अपनी रिपोर्ट सौंपना था.लेकिन एएसआई ने सर्वे के लिए 8 सप्ताह और बढ़ाने का समय मांगा था जिस पर सुनवाई के लिए उनकी मांग पर मुहर लगा दी गई.
कड़ी सुरक्षा के बीच हो रहा सर्वे
हाई कोर्ट की इंदौर पीठ के आदेश के अनुसार भोजशाला परिसर का पुरातत्व सर्वेक्षण या वैज्ञानिक जांच शुरु होने के साथ ही धार जगह जगह सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं.
क्या है पूरा मामला
एएसआई के द्वारा संरक्षित ऐतिहासिक भोजशाला परिसर को हिन्दू पक्ष वाग्देवी (सरस्वती) का मंदिर मानते हैं, जबकि मुस्लिम समुदाय इसे कमाल मौला की मस्जिद बताता है. इसी ‘हिंदू फ्रंट फॉर जस्टिस’ नामक संगठन की याचिका दायर की थी जिसके बाद हाई कोर्ट की इंदौर पीठ ने 11 मार्च2024 को सुनाए आदेश में कहा था, ‘‘ इस अदालत ने केवल एक निष्कर्ष निकाला है कि भोजशाला मंदिर-सह-कमाल मौला मस्जिद परिसर का जल्द से जल्द वैज्ञानिक सर्वेक्षण और अध्ययन कराना एएसआई का संवैधानिक और कानूनी दायित्व है. इस मामले में अगली सुनवाई 29 अप्रैल को होनी है
अभी दोनो पक्षों को पूजा व नमाज की है अनुमति
ASI के द्वारा 7 अप्रैल 2003 को जारी आदेश के अनुसार जारी व्यवस्था के मुताबिक हिंदुओं को प्रत्येक मंगलवार भोजशाला में पूजा करने की अनुमति है, जबकि मुस्लिमों को हर शुक्रवार इस जगह नमाज अदा करने की इजाजत दी गई है.