भोपाल: मध्य प्रदेश में आईपीएस अफसरों को प्रमोशन के बाद भी 75 दिन बाद पोस्टिंग नहीं मिली है. डीआईजी बनने के बाद भी एसपी और कमांडेंट का काम कर रहे हैं. लोकसभा चुनाव की गाइडलाइन के बाद भी आईपीएस अफसरों का ट्रांसफर गृह विभाग ने नहीं किया है. सभी अफसरों को सरकार ने 1 जनवरी 2024 को प्रमोशन देकर डीआईजी बनाया था. खास बात है कि पुलिस मुख्यालय में बैठे अफसर डीआईजी बन गए हैं, उन्हें कोई नया काम भले नहीं मिला है लेकिन पद जरूर बढ़ गया है.
इधर, आईजी से एडीजी बने दो अफसरों का ट्रांसफर किया जा चुका है. पीएचक्यू से एडीजी बनने के बाद राकेश गुप्ता को इंदौर का पुलिस कमिश्नर बनाया गया है. दीपक सूरी को भी एडीजी एडमिन की जिम्मेदारी सौंपी गई है, लेकिन डीआईजी रैंक के अफसर अभी भी ढाई महीने से एक ही पद पर बैठे हुए हैं. पूर्व आईपीएस अफसरों की मानें तो प्रमोशन के बाद दूसरी जगह पर पोस्टिंग का नियम है. इसके बाद भी डीआईजी रैंक के अधिकारियों को एक ही जगह पर पदस्थ किया गया है. गृह विभाग के अफसरों का तर्क है कि जल्द ही उन्हें दूसरी जगह पदस्थ किया जाए. वहीं सूत्रों का कहना है कि पीएचक्यू ने गृह विभाग को ट्रांसफर की रिपोर्ट नहीं भेजी है. जिसके चलते डीआईजी अफसरों की मैदानी पदस्थापना नहीं हो पाई है.
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इन अफसरों का हुआ प्रमोशन फिर भी पुरानी कुर्सी पर बैठे
डीआईजी पोस्टिंग
साकेत कुमार पांडे कमांडेंट, 6 वीं बटालियन, जबलपुर
अमित सांघी एसपी छतरपुर
वीरेंद्र कुमार सिंह एसपी खंडवा
अतुल सिंह कमांडेंट, 7 वीं बटालियन, भोपाल
यूसुफ कुरैशी एसपी सिंगरौली
पंकज श्रीवास्तव कमांडेंट, 15 वीं बटालियन, इंदौर
धर्मेंद्र सिंह भदौरिया, कमांडेंट, आरएपीटीसी, इंदौर
पीएचक्यू में डीआईजी रैंक
सतेंद्र कुमार शुक्ला, आबिद खान, आशुतोष प्रताप सिंह, सिद्धार्थ बहुगुणा, विनीत कपूर, हेमंत चौहान पीएचक्यू में डीआईजी की रैंक पर हैं, जबकि साकेत कुमार पांडे सहित 7 अफसरों का एक साथ प्रमोशन हुआ लेकिन किसी भी अफसर की पोस्टिंग नहीं हुई है.