Madhvi Raje Scindia: केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की मां माधवी राजे का पार्थिव शरीर ग्वालियर पहुंच गया. उनकी पार्थिव देह एयर एम्बुलेंस के जरिए दिल्ली से ग्वालियर लाई गई. जय विलास पैलेस के रानी महल में पार्थिव देह को अंतिम दर्शन के लिए रखा गया. उन्हें श्रद्धांजलि देने लोगों का हूजूम उमड़ पड़ा. उनका अंतिम संस्कार शाम 5 बजे किया जायेगा. स्व. माधवी राजे की अंतिम यात्रा दोपहर 3.30 बजे महल से उनकी अंतिम यात्रा शुरू होगी. राजमाता के अंतिम संस्कार में तीन राज्यों के मुख्यमंत्री और कई राज परिवार शामिल होंगे. शामिल होने वालों में राजस्थान के सीएम भजनलाल शर्मा, छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णु सहाय है. छतरी पर अंतिम संस्कार में करीब 20 हजार लोग शामिल होंगे.
कई नेताओं ने साझा की यादें
ग्वालियर पहुंचे कई मंत्री नेताओं ने राजमाता से जुड़ी यादें साझा की. कैबिनेट मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने कहा- ‘राजमाता हमको बच्चों की तरह स्नेह देती थीं.’ कैबिनेट मंत्री तुलसी सिलावट बोले कि राजमाता का जाना हम सबके लिए बड़ी क्षति है. मंत्री विजय शाह का कहना था कि राजमाता का एहसान हम कभी नहीं चुका पाएंगे. वहीं पूर्व मंत्री इमरती देवी भावुक हो गईं. उन्होंने कहा कि राजमाता का जाना हमारे लिए पारिवारिक क्षति है.
Last Rites Of Rajmata: माधवी राजे की पार्थिव देह रानी महल में रखी, तीन बजे तक अंतिम दर्शन फिर सिंधिया छत्री में किया जाएगा पंचतत्व में विलीन… @rasika_pandey #MadhviRajeScindia #MadhyaPradesh #Gwalior #JyotiradityaScindia #Scindia #latestnews #vistarnews pic.twitter.com/JRrcTxqKdz
— Vistaar News (@VistaarNews) May 16, 2024
ये भी पढे़ं: कटनी में दो बड़े उद्योगपतियों के घर पर इनकम टैक्स की रेड, पुलिस बल के साथ 70 से अधिक अधिकारियों ने दी दबिश
बता दें कि प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव स्व. माधवी राजे सिंधिया के अंतिम संस्कार में शामिल होंगे. राजमाता माधवी राजे का निधन दिल्ली में हुआ था. दिल्ली के एम्स में1 15 मई को सुबह 9 बजकर 30 मिनट पर उन्होंने अंतिम सांस ली. माधवी राजे सिंधिया पिछले तीन महीने से दिल्ली एम्स में भर्ती थीं. वे कुछ समय से वेंटिलेटर पर थीं. उनका यहां सेप्सिस के साथ निमोनिया का इलाज चल रहा था.