Madhavi Raje Funeral in Gwalior: ग्वालियर में राजमाता राजमाता माधवी राजे सिंधिया का अंतिम संस्कार हुआ. वह पंचतत्व में विलीन हो गईं. माधवी राजे को बेटे ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मुखाग्नि दी. मुखाग्नि देते वक्त सिंधिया भावुक हो गये. माधवी राजे की अंतिम यात्रा दोपहर 3.30 बजे महल से शुरू हुई.फिर तय रूट के शाम के 6 बजकर 30 मिनट में राजमाता का छतरी में अंतिम संस्कार किया गया. इस दौरान मौके में राजमाता को चाहने वालों की हजारों की संख्या में भीड़ जुटी रही. सीएम मोहन यादव सहित कई नेता, मंत्री वहां मौजूद रहे.
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लगते रहे राजमाता अमर रहें के नारे
दोपहर 3.30 बजे महल से शुरू हुई राजमाता की अंतिम यात्रा में लोगों का हूजूम उमड़ पड़ा. सड़क के दोनो ओर बस राजमाता को लोग नम आंखो से विदाई देते हुए नजर आ रहे थे. चारों तरफ बस https://twitter.com/drbrajeshrajput/status/1791093108203258131राजमाता के लिए लग रहे नारे सुनाई दे रहे थे. लगातार वहां ‘राजमाता अमर रहें, जब तक सूरज चांद रहेगा राजमाता का नाम रहेगा’ का शोर सुनाई दे रहा था.
15 मई बुधवार को दिल्ली हुआ था निधन
बता दें कि राजमाता माधवी राजे का निधन दिल्ली में हुआ था. दिल्ली के एम्स में 15 मई को सुबह 9 बजकर 30 मिनट पर उन्होंने अंतिम सांस ली. माधवी राजे सिंधिया पिछले तीन महीने से दिल्ली एम्स में भर्ती थीं. वे कुछ समय से वेंटिलेटर पर थीं. उनका यहां सेप्सिस के साथ निमोनिया का इलाज चल रहा था.