MP News: इंदौर में जज को जूते की माला पहनाने की कोशिश, वकीलों ने पिता-पुत्र की कोर्ट में जमकर की पिटाई, पुलिस ने किया गिरफ्तार

Indore News: रईस के मुताबिक मस्जिद इस्लाम के नियमो के विपरीत बनाई गई है. सरकारी और हमारी निजी जमीन पर कब्जा कर मस्जिद बनाई गई है.
A sensational case of a party trying to garland the judge with shoes came to light in the District Court in Indore.

जिला कोर्ट में पक्षकार द्वारा जज को जूते की माला पहनाने का प्रयास करने का सनसनीखेज मामला सामने आया

Indore News: इंदौर में जिला कोर्ट में पक्षकार द्वारा जज को जूते की माला पहनाने का प्रयास करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. यहाँ मजिस्ट्रेट द्वारा दिए गए फैसले से नाराज होकर पक्षकार द्वारा यह हरकत की गई है. घटना के बाद कोर्ट में वकीलों ने उसकी कपड़े फटने तक पिटाई की. पुलिस ने पिता पुत्र को गिरफ्तार कर लिया है. मामला इंदौर जिला कोर्ट के कोर्ट नंबर 40 का है. यहां उन्नतीसवे जिला न्यायाधीश विजय डांगी पर एक मामले में पक्षकार सलीम ने कोर्ट का फैसला आते ही जज डांगी पर जूते की माला फैंक दी. ट

दरअसल सलीम ने 12 साल पहले आजाद नगर के कोहिनूर कॉलोनी में सरकारी और उसकी निजी जमीन पर कब्जा कर मस्जिद बनाई जाने के विरुद्ध कोर्ट केस किया था, जिसका आज फैसला आया था, इस फैसले से नाराज होकर सलीम ने जज डांगी से बात करते हुए थैली से निकालकर जूते की माला फेंक दी.

इस्लाम के नियम विरुद्ध बना दी मस्जिद

कोर्ट में सलीम अपने विकलांग बेटे रईस के साथ पहुंचा था. एक सड़क हादसे में रईस के दोनो पैर काट गए थे, इस वजह से वह लकड़ी के पैर लगाता है. रईस के मुताबिक मस्जिद इस्लाम के नियमो के विपरीत बनाई गई है. सरकारी और हमारी निजी जमीन पर कब्जा कर मस्जिद बनाई गई है. इसकी शिकायत नगर निगम, कलेक्टर और अन्य सभी जिम्मेदार अधिकारियों को शिकायत भी की, लेकिन कही से निराकरण नहीं मिला तो सलीम ने कोर्ट की शरण ली। 12 साल बाद आए फैसले पर उसके पिता ने यह हरकत कर दी, जिसके बारे में उसे कोई जानकारी नहीं है.

ये भी पढ़ें: प्रदेश के नगर निगम और निगम मंडलों में 1100 करोड़ से ज्यादा का कर्ज, दूसरी तरफ आवास, जल पूर्ति के लिए सरकार ने हजारों करोड़ का लिया LOAN

पुलिस ने बचाया पिता पुत्र को

जज पर हमला होने के बाद कोर्ट में वकीलों ने पिता पुत्र पर हमला कर दिया दोनों को जमकर पीटा गया. सलीम को कपड़े फटने तक पीटा गया. कोर्ट में मौजूद पुलिसकर्मियों ने पिता पुत्र को बचाकर थाने पर पहुंचाया. पुलिस ने पिता पुत्र के विरुद्ध शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाने की धारा 353, हमला करने की धारा 506 और अन्य के तहत दोनो के विरुद्ध प्रकरण दर्ज किया है.

कोर्ट की सुरक्षा पर सवाल

इस घटनाक्रम ने कोर्ट की सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी है. हमले के बाद अब पुलिस कोर्ट की सुरक्षा और अधिक बढ़ाने की बात कह रही है. इसके अलावा जज पर हमला करने वाले पिता पुत्र को कोर में पेश करना भी पुलिस के लिए काम चुनौती नहीं रहेगी.

ज़रूर पढ़ें