विजय सिंह राठौर-
MP News: रायसेन जिले के कई इलाकों में तेज बारिश के कारण नदी-नाले उफान पर हैं. निचले इलाकों में बसे गांवों को सबसे ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. नदियों के उफान पर होने के कारण गांवों का संपर्क मुख्य सड़क से कट जाता है. जिसके चलते ग्रामिणों को बहुत परेशानी का सामना करना पड़ता है. रायसेन जिले के गांव हिनोतिया से ऐसे ही तस्वीर सामने आई जहां मृतक के शव के लिए खाट ( चारपाई) के जरिए नदी पर बने पुल को पार किया गया. क्योंकि, बारिश के कारण नदी ओवर फ्लो होने के चलते पुल के ऊपर से पानी बह रहा था.
यह है पूरा मामला
हिनोतिया गांव निवासी राजू सिसोदिया नाम के युवक की तबीयत खराब हो गई. सीने में दर्द हुआ जिससे परिजन अस्पताल ले जाने के लिए घर से निकले मगर रास्ते में पढ़ने वाली घोड़ा पछाड़ नदी के पुल पर से पानी बह रहा था. पहले तो मुश्किल से उसे नदी के इस पर लाकर अस्पताल पहुंचाया गया लेकिन अस्पताल पहुंचने में देरी हो गई और युवक अस्पताल पहुंचते ही डॉक्टर ने मृत घोषित दिया.
जिसके बाद सिस्टम को शर्मशार करने वाली तस्वीरें सामने आई. युवक के शव को अस्पताल से घर लाने के समय परिजनों को जद्दोजहद करनी पड़ी. नदी में पानी बढ़ने के कारण युवक के शव को एंबुलेंस से आगे नही ले जाया जा सकता था. जिसके बाद मृतक का अंतिम सफर भी लोगों के लिए जोखिम भरा रहा. गांव के युवकों ने जान जोखिम में डालकर कमर तक पानी में से युवक के शव को घाट पर रखकर नदी पार कराई.
पुल निर्माण में हुआ जमकर भ्रष्टाचार
ग्रामीणों का कहना है कि इस क्षेत्र से सांसद पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान देश के पंचायत एव ग्रामीण विकास मंत्री हैं. इसके बाद भी ग्रामीण विकास को किस तरह इस सिस्टम ने खाट पर ला दिया है यह उसका सबसे ताजा उदाहरण यह खबर हैं. इसके साथ ही गाव वालों ने यह भी कहा कि जब पुल का निर्माण किया जा रहा था तो इसमें जमकर भ्रष्टाचार हुआ है. ग्रामीणों की मांग थी की इस पुल को और ऊंचा किया जाए लेकिन जिम्मेदार अधिकारी और ठेकेदार की मनमानी के चलते ग्रामीणों को हर साल बारिश में इस तरह परेशानी का सामना करना पड़ता है. कभी गर्भवती महिलाओं को चारपाई पर उठाकर अस्पताल पहुंचाना पड़ता है तो कभी बीमारी को वही अब तो मृतकों को भी इसी तरह से चारपाई के सहारे नदी पार करना पड़ रही है.
दरअसल, रायसेन जिले के सांची विकासखंड के ग्राम हिनोतिया, शक्ति टोला सहित करीब एक दर्जन गांवो के लोगों को हर साल बारिश के मौसम में परेशानी उठानी पड़ती है. बारिश के कारण गांव से निकलने वाली घोड़ा पछाड़ नदी ओवरफ्लो होने के चलते पुल के ऊपर बहने लगती है.