MP News: Indore में मेंटीनेंस और पेड़ छंटाई के नाम पर हर दिन हो रही अघोषित बिजली कटौती, भीषण गर्मी में जनता में मची त्राहि-त्राहि

Indore News: शहर में बीते 4 महीनों से अधिक समय से बिजली कटौती लगातार की जा रही है.
notice to 103 arms licensees and 987 officers and employees.

प्रतीकात्मक चित्र

Indore News: इंदौर में मप्र पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के अफसरो की अफसरशाही से शहरवासियों की परेशानी बढ़ गई है. अफसरों ने बिजली कटौती का नया फार्मूला लागू करते हुए हर दिन मरम्मत और पेड़ छंटाई के नाम पर घंटो बिजली बंद की जा रही है। दिन-रात कभी भी गुल होने वाली बिजली से गर्मी में लोग परेशान होते रहते है. बिजली कंपनी के हेल्पलाइन में फोन लगाने पर पहले तो कोई फोन उठाता नहीं, लेकिन किसी ने उठाया भी तो समस्या का निराकरण नहीं होता है। बिजली कंपनी के एमडी अमित सिंह 24 घंटे बिजली सप्लाय का दावा करते है, लेकिन उनका यह दावा खोखला साबित हो रहा है। शहर में लगातार कई महीनो से बिजली कटौती हो रही है. बिजली कंपनी के अफसरो द्वारा की जाने वाली बिजली कटौती के लिए नया फार्मूला तैयार किया गया है. अफसर मरम्मत के नाम पर या पेड़ छंटाई के नाम पर कई-कई घंटे बिजली सप्लाय ठप कर देते है. इससे घरों में महिलाएं व बच्चे परेशान होते रहते है. यही नही कई बार कॉमर्शियल प्रतिष्ठानो की भी बिजली सप्लाय ठप कर दी जाती है. इससे कामकाज भी प्रभावित होता है.

प्रतिदिन बिजली कटौती

शहर में बिजली कंपनी द्वारा हर दिन 1 से 2 घंटे की बिजली की कटौती की जाती है. कारण पूछने पर कहीं फॉल्ट हुआ है बताया जाता है. हर दिन अफसरो के नए बहाने तैयार रहते है. लगातार दूसरे दिन बिजली कटौती होने पर अफसरो द्वारा कहा जाता है कि पेड़ छंटाई के लिए 40 मिनट का परमिट लिया गया है, लेकिन बिजली घंटो तक बंद रहती है.

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नहीं होती सुनवाई

शहर में बीते 4 महीनों से अधिक समय से बिजली कटौती लगातार की जा रही है. इसकी शिकायत 1912 पर किए जाने के बाद भी कोई सुनवाई नही होती है. कोई भी कॉल रिसीव नही करता है. रहवासी प्रेम ठाकुर का कहना है कि इस संबंध मे सीएम हेल्पलाइन पर भी शिकायत दर्ज करवाई. लेकिन समस्या का निराकरण कर दिया गया है. ऐसा कहकर सीएम हेल्पलाइन की शिकायत बंद कर दी गई. फीडबैक कॉल पर मुझे बताया गया कि समस्या का निवारण हो चुका है, जब मैने कहा कि समस्या का निराकरण नहीं हुआ तो दोबारा शिकायत करने को कहा गया. इसी तरह बिजली कंपनी का उर्जस एप भी अफसरो की मनमानी का जरिया बन गया है. उसमे शिकायत दर्ज कराने के बाद भी समस्या का निराकरण नही हो रहा है.

सप्लाई का दावा फेल

बिजली कंपनी के एमडी अमित सिंह हर मौके पर यह दावा करते है कि शहर में आपूर्ति और खपत में अंतर लगातार बढ़ता जा रहा है. इसके बाद भी बिजली की पूरी आपूर्ति की जाती है. उनके इस दावे की पोल खुल गई है. कागजो में आंकड़ो की बाजीगरी दिखाकर अफसर बिजली सप्लाई का दावा करते है. लेकिन हकीकत में दावा खोखला साबित हो रहा है. लोग बिजली गुल होने से घंटो परेशान होते रहते है. अब तो आलम यह है कि बिजली दिन के साथ रात में भी गुल होने लगी है. जबकि रात में तो किसी तरह की मरम्मत और पेड़ छंटाई भी नही होती है.

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