Vistaar NEWS

MP News: दमोह में मालगाड़ी के पटरी से नीचे उतरने के बाद ट्रेन के लोको पायलट की सतर्कता के चलते बड़ा हादसा टला, रेलवे के अधिकारियों ने टीम को सम्मानित

West Central Railway officials honored the loco pilot and his team

पश्चिम मध्य रेलवे के अधिकारियों ने लोको पायलट और उसकी टीम को सम्मानित किया.

MP News: ट्रेन में सफर कर रहे यात्रियों की सुरक्षा की पहली जिम्मेदारी होती है उस ट्रेन के लोको पायलट की. अगर वह सतर्क है तो बड़े से बड़ा हादसा भी रोका जा सकता है कुछ ऐसा ही हुआ पश्चिम मध्य रेलवे में 14 अगस्त के दिन जब एक रेल यात्री ट्रेन के लोको पायलट की सतर्कता के चलते बहुत बड़ा हादसा टल गया. जिसके लिए पश्चिम मध्य रेलवे के अधिकारियों ने लोको पायलट और उसकी टीम को सम्मानित किया है.

यह है पूरा मामला

दरअसल,  14 अगस्त को शाम के वक्त असलाना रेलवे स्टेशन के पास कोयला ले जा रही एक मालगाड़ी बेपटरी हो गई और उसके कुछ डिब्बे बाजू से गुजरने वाली पटरी पर जा गिरे. इसी दौरान बीना से कटनी के लिए जा रही एक यात्री ट्रेन पथरिया स्टेशन से रवाना हुई और तकरीबन 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेन दौड़ रही थी लेकिन लोको पायलट और उसकी टीम की सतर्कता के चलते समय रहते उन्हें ये अंदेशा हो गया कि आगे कोई बड़ा हादसा हुआ है दरअसल जब मालगाड़ी के डिब्बे पटरी पर आकर गिरे तो इस दौरान बिजली के तार बहुत तेजी से कंपन करने लगे और इसी कंपन को देखकर लोको पायलट समझ गए कि आगे पटरी पर कुछ बड़ा हादसा हुआ है और समय रहते इमरजेंसी ब्रेक लगाकर यात्री ट्रेन को रोक लिया.

ये भी पढ़ें: पन्ना-कटनी स्टेट हाईवे मेंटीनेंस में लगे बाल श्रमिक, बिना सेफ्टी किट के करवाया जा रहा खतरनाक काम

थोड़ी देर और होती तो हो जाता बड़ा हादसा

लोको पायलट सुनील कुमार बताते हैं कि अगर केवल 30 से 35 सेकंड की देरी हो जाती तो यात्रियों से भारी ट्रेन मालगाड़ी के डिब्बो से टकरा जाती और बड़ा हादसा हो जाता. लेकिन सतर्कता के चलते समय रहते यात्री ट्रेन को इमरजेंसी ब्रेक लगाकर रोक लिया गया. लोको पायलट सुनील कुमार श्रीवास्तव, सहायक लोको पायलट उदय राज यादव और ट्रेन मैनेजर संतोष लोधी ने तत्काल ट्रेन से उतरकर यात्रियों को घटना की जानकारी दी और फिर उल्टी दिशा में ट्रेन को चला कर सुरक्षित स्थान पर ले गए.

रेलवे के अधिकारियों ने लोको पायलट की सूझबूझ के कारण तीनों को सम्मानित किया है. रेलवे अधिकारियों का कहना है कि लोको पायलट की सतर्कता इसी तरह होनी चाहिए. बहुत से हादसे केवल सतर्कता और जागरूकता से ही रोक जा सकते हैं वहीं अधिकारियों से सम्मान पाकर लोको पायलट और उसकी टीम बेहद खुश है.

Exit mobile version