जबलपुर: वेस्ट टू एनर्जी के आधार पर जबलपुर में महाकौशल क्षेत्र का सबसे बड़ा बायो सीएनजी प्लांट बनकर तैयार हो गया है. यह प्लांट मध्य प्रदेश का दूसरा और महाकौशल क्षेत्र का पहला सबसे बड़ा बायो सीएनजी प्लांट है, जिससे न केवल सीएनजी गैस बनाई जा रही है बल्कि मेथेन गैस और किसानों के लिए जैविक खाद भी बनाई जा रही है. स्मार्ट सिटी जबलपुर और सॉंची दुग्ध संघ ने मिलकर करीब 21 करोड़ रूपये की लागत से इस बायो सी.एन.जी.प्लांट को स्थापित किया है. इस प्लांट में 150 टन गोबर से 2400 किलो प्रतिदिन बायो सी.एन.जी. गैस बनाई जा रही है.
किसानों को दी जा रही मुफ्त जैविक खाद
इतना ही नहीं इस प्लांट से जैविक खाद भी बनाई जा रही है जिसमें लिक्विड और सॉलिड खाद मौजूद है. यह खाद फिलहाल किसानों को मुफ्त में दी जा रही है. वहीं डेरी संचालकों और किसानों से 50 पैसे प्रति किलो के हिसाब से गोबर भी खरीदा जा रहा है. इस प्लांट के बन जाने से नर्मदा नदी समित सहायक नदियों को प्रदूषण से मुक्ति मिली है. क्योंकि डेरी संचालक रोजाना डेरियों से निकलने वाला अपशिष्ट पदार्थ इन नदियों में बहा दिया करते थे. इससे नदियों में प्रदूषण लगातार बढ़ता जा रहा था.
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प्रदूषित होने से बचेंगी नदियां
इस संयंत्र की स्थापना से मॉं नर्मदा एवं सहायक नदी परियट में मिलने वाले गोबर को जल में मिलने से रोका भी जा सकेगा. साथ ही डेरियों से निकलने वाले गोबर से प्रदूषित हो रही परियट, गौर सहित इससे सहयोगी नदियों तथा क्षेत्र के पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाया जा सकेगा. इसके अलावा भारत सरकार द्वारा संचालित स्वच्छ भारत मिशन के अभियानों को भी बढ़ावा मिलेगा.