Gwalior News: ग्वालियर में पुलिस विभाग से हैरान कर देने वाला सामने आया. यहां लोकसभा चुनाव में मतदान ड्यूटी में गईं IG ग्वालियर जोन ऑफिस की महिला बाबू और सिपाही लापता है. दोनों ड्यूटी पर जाने का कहकर घर से निकले थे, लेकिन न तो आफिस पहुंचे और न ही वापस घर. जिसके बाद दोनों के परिजनों ने उन्हें खोजना शुरु किया. लेकिन दोनों का कोई पता नही चल सका. जिसके बाद महिला एएसआई के स्वजनों ने कंपू थाने में गुमशुदगी भी दर्ज कराई है.
यह है पूरा मामला
दरअसल मामला प्रेम प्रसंग से जुड़ा हुआ है. आईजी ऑफिस में पदस्थ महिला एएसआई निशा जैन और सिपाही अखंड प्रताप सिंह यादव एक दूसरे से प्यार करते थे. दोनो शादी करना चाहते थे लेकिन घर वाले इसके खिलाफ थे. अब दोनों 6 दिन से लापता है. पुलिस उनकी तलाश कर रही है.
महिला एएसआइ(मिनिस्ट्रियल) निशा जैन ग्वालियर जोन के आईजी आफिस में पांच साल से पदस्थ हैं. 7 मई को मतगणना में इनकी ड्यूटी लगी थी. वोटिंग में पेट्रोलिंग के लिए इनकी ड्यूटी लगाई गई थी. वहीं मतदान के संपन्न होने के बाद यह लोग घर पहुंचे. फिर गले दिन ड्यूटी के लिए निकले, लेकिन आफिस नहीं पहुंचे और रात घर भी लौटें. आईजी आफिस से भी लगातार दोनों से संपर्क करने का प्रयास किया जा रहा था, लेकिन संपर्क नहीं हो सका. उनके फोन बंद आ रहे थे.
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परिजनों ने आइजी को बताई पूरी बात
बता दें कि, जब महिला एएसआई निशा जैन और सिपाही अखंड प्रताप सिंह यादव घर वापस नही लौटे. उनसे कोई संपर्क भी नही हो पाया, तब महिला एएसआई के घरवालों ने आइजी अरविंद सक्सेना के पास पहुंचकर पूरी बात बताई. घरवालों का कहना था कि आरक्षक दूसरी जाति का है, इसलिए शादी नहीं करना चाह रहे थे. महिला एएसआई के स्वजनों ने कंपू थाने में गुमशुदगी की रिर्पोट भी दर्ज कराई है
गैरहाजिर होने पर IG ने किया सस्पेंड
पूरे मामले में बिना बताए ड्यूटी से गैर हाजिर रहने पर आईजी ने दोनों को निलंबित कर दिया है. आईजी का कहना है- अगर शादी करना थी तो उनके समक्ष आकर पेश हो सकते थे, उन्हें जानकारी दे सकते थे. वह उनकी और उनके स्वजनों की काउंसलिंग करा देते. हर व्यस्क व्यक्ति को अपनी मर्जी से जीवनसाथी को चुनने का अधिकार है, लेकिन ड्यूटी से गैरहाजिर नहीं रहना था. अब पूरे मामले में दोनों की तलाश जारी है.