Raisen News: जिले के सेहतगंज में बच्चों से शराब भराई का काम कराने पर सीएम मोहन यादव ने नाराजगी व्यक्त की है. सीएम ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए. जिसके बाद जिसके बाद जिले के तीन मुख्य अधिकारियों पर गाज गिरी है. इस मामले में प्रभारी जिला आबकारी अधिकारी कन्हैया लाल अतुलकर, आबकारी उप निरीक्षक प्रीति उइके, शेफाली शर्मा और मुकेश श्रीवास्तव को निलंबित कर दिया गया है. इन सभी पर जांच में गंभीर लापरवाही का आरोप है.
सीएम ने व्यक्त की कड़ी नाराजगी
पूरे मामले में प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की है, सीएम ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा- यह मामला बेहद गंभीर है. श्रम, आबकारी और पुलिस विभाग के अधिकारियों से रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद उचित कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं. दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.
रायसेन जिले में फैक्ट्री पर छापे के दौरान बालश्रम का मामला मेरे संज्ञान में आया है।
यह मामला बेहद गंभीर है। इस संबंध में श्रम, आबकारी और पुलिस विभाग के अधिकारियों से विस्तृत जानकारी प्राप्त की है और समुचित कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। दोषियों के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई की…
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) June 15, 2024
बाल आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने लगाए गंभीर आरोप
इस पूरे मामले पर बाल आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने गंभीर आरोप लगाया है. कानूनगो ने एक्स पर लिखा- शराब फैक्ट्री से रेस्क्यू किए गए 39 बालक व किशोरों को को प्रशासन और शराब कंपनी के मालिक ने मिलकर गायब करा दिया है, शनिवार देर रात दिए गए बयान में कानूनगो ने बताया कि बच्चों को दोपहर साढ़े तीन बजे रेस्क्यू किया गया और फैक्ट्री मालिक पर कार्रवाई के लिए पुलिस को आवेदन दिया गया, लेकिन साढ़े सात बजे तक कोई जिम्मेदार अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा.
कल दोपहर मध्यप्रदेश के रायसेन ज़िले में निरीक्षण के दौरान हमको सोम डिस्टलरी में शराब बनाने के काम में नियोजित मिले 39 बालक व किशोरों को देर शाम फ़ैक्टरी से ग़ायब कर दिया गया है !!!
क़ानून के अनुसार बाल/बंधुआ श्रम से रेस्क्यू किए गए बच्चों को SDM के समक्ष प्रस्तुत कर बयान करवाये… pic.twitter.com/vj8anFzzoX
— प्रियंक कानूनगो Priyank Kanoongo (मोदी का परिवार) (@KanoongoPriyank) June 16, 2024
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एसडीएम के समक्ष बच्चों के बयान दर्ज नहीं किए गए. फैक्ट्री के प्रबंधन ने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मिलकर बच्चों को गायब करवा दिया. वर्तमान स्थिति में, बच्चे लापता हैं और उनके बारे में किसी को कोई जानकारी नहीं है. बाद में यह दावा किया जा सकता है कि वे सभी बच्चे बालिग थे. कानूनगो ने कहा कि अब उन लोगों पर भी एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी जिन्होंने शराब फैक्ट्री के मालिक से मिलकर बच्चों को गायब किया है.
बता दें कि बीते शनिवार को जिले के सेहतगंज में स्थित सोम डिस्टलरी में बच्चों से शराब भराई का काम कराए जाने का मामला सामने आया था. जिसके बाद जिले में हड़कंप मच गया था.