MP News: मध्य प्रदेश के सबसे पुराने और ग्वालियर चंबल अंचल के सबसे बड़े महिला और बाल अस्पताल कमला राजा चिकित्सालय में चूहों का जबरदस्त आतंक है. हालात ये हैं कि यहां के वार्डों में चूहे झुंड के झुंड में घूमते रहते हैं जिसके चलते मरीज और नवजात बच्चों को उनसे बचाने के लिए रात रात भर जागकर कड़ी निगरानी करनी पड़ती है.
ग्वालियर के गजराराजा मेडिकल कॉलेज द्वारा कमलाराजा महिला एवं शिशु अस्पताल न केवल ग्वालियर बल्कि पूरे ग्वलियर चंबल अंचल का सबसे पुराना और बड़ा हॉस्पिटल है. न केवल अंचल बल्कि राजस्थान और यूपी के पड़ौसी जिले और बुंदेलखंड तक से लोग इसमें इलाज कराने के लिए पहुंचते हैं. लेकिन यह अस्पताल देखरेख के अभाव में अब परेशानियों का शबब बनता जा रहा है.
इसकी बिल्डिंग तो जर्जर है ही लेकिन अब एक नई समस्या से यहां पहुंचने वाले पेशेंट जूझ रहे हैं. यह समस्या है चूहों की अस्पताल परिसर में हजारों की संख्या में चूहे हैं जो सभी वार्डों, लेबर रूम, पोस्ट नेटल वार्ड और एनआईसीसीयू जैसे सम्वेदनशील वार्डों में भी झुंड के साथ स्वछंद विचरण करते हैं. अनेक बार तो पेशेंट और उनके अटेंडरों को काट भी लेते हैं.
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चूहों के इतना आतंक है कि यहां भर्ती होने वाली प्रसूता और नवजात शिशुओं को चूंहो के प्रहार से बचाने के लिए अटेंडर बारी बारी से रात में जागकर पहरा देते हैं ताकि जच्चा और बच्चा को न काट सकें. जेएएच परिसर में मीडिया और कैमरा लेकर जाने पर पाबंदी है लेकिन अब कमलाराजा चिकित्सालय के एक वार्ड में चूहों के झुंड घूमने का एक वीडियो एक अटेंडर ने बायरल कर उसका खुलासा कर दिया है. इसमें चूहों के झुंड प्रसूता वार्ड में खुल्ला घूम रहे है और प्रसूता और बच्चों को बचाने में परिजन लगे हैं. इस खुलासे के बाद भी अस्पताल प्रबंधन के कानों पर जूं रेंगना तो मुश्किल वह मीडिया के सामने अपना पक्ष रखने तक को राजी नहीं है.