क्या एमपी में आ गया ‘रामयुग’? मंदिरों को दीप से रोशन करवाएंगे कलेक्टर, राम भजन और भंडारे के आयोजन की भी मिली जिम्मेदारी
Ram Mandir: प्रशासन का काम अब तक राज्य की कानून व्यवस्था, शिक्षा, विकास और स्वास्थ्य जैसी जिम्मेदारी उठाना होता था. लेकिन अब मध्यप्रदेश में कलेक्टरों को मिले एक आदेश ने ‘रामयुग’ के आगाज का संदेश दे दिया है. दरअसल 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाली भगवान श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर प्रदेश में भी कई आयोजन होने हैं. इसके लिए सभी जिलों के कलेक्टरों को निर्देश दिए गए हैं कि वो न केवल प्रशासनिक कार्रवाई करें, बल्कि मंदिरों में दीपक जलवाएं. लोगों को घर में दीपोत्सव के लिए जागरूक भी करें. यही नहीं, हर मंदिर में भगवान राम के भजन करवाने के आदेश भी कलेक्टरों को मिले हैं.
स्कूल-कॉलेजों में हो सजावट
अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरी के आदेश के मुताबिक, कलेक्टरों को 16 से 22 जनवरी के बीच में हर मंदिर में लोगों के सहयोग से राम कीर्तन का आयोजन करवाना है. साथ ही राम मंडलियों को स्थानीय आयोजन हेतु प्रेरित भी करना है. आदेश के अनुसार, सभी सरकारी इमारतों जिनमें स्कूल-कॉलेजों को भी इस खास दिन के लिए सजाया जाएगा. 21 जनवरी से 26 जनवरी के बीच सरकारी दफ्तरों में लाइटिंग भी करवाई जाएगी. वहीं 22 जनवरी को धर्मगुरुओं के साथ मिलकर कलेक्टरों को भंडारों का आयोजन देखना होगा.
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मंदिरों में लगेगी टीवी स्क्रीन
प्रदेश के सभी मुख्य मंदिरों में टीवी स्क्रीन लगाकर प्राणप्रतिष्ठा का कार्यक्रम लाइव दिखाया जाएगा. साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रम भी कलेक्टरों की देखरेख में होंगे. इसके अलावा ही अयोध्या जा रहे तीर्थ यात्रियों के स्वागत की व्यवस्था भी प्रशासन को ही देखना होगा.
कई जिलों में शुरू हुआ श्री रामचरित लीला समारोह
प्रदेश के कई जिलों में संस्कृति विभाग द्वारा श्री रामचरित लीला समारोह का दस दिनों का आयोजन शुरू हो चुका है. जिसके तहत मंदसौर, पन्ना, सतना, उज्जैन, रतलाम, इंदौर, खंडवा, देवास, सीहोर, छिंदवाड़ा, जबलपुर, अनूपपुर, टीकमगढ़, ग्वालियर, दतिया, रीवा, दमोह, निवाड़ी में आयोजन किए जा रहे हैं.