Maha kumbh 2025 में आगजनी से निपटने के लिए बनाए गए 53 फायर स्टेशन, फायर ब्रिगेड के जवान 24 घंटे रहते हैं मुस्तैद

Maha kumbh 2025: संगम नगरी प्रयागराज में लगे महाकुंभ में आगजनी की घटना से निपटने के लिए बहुत बड़ा फायर तंत्र काम कर रहा है. अगर कहीं आगजनी की घटना होती है, तो तत्काल रूप से उस पर काबू पा लिया जाए इस तरीके का सिस्टम इस बार महाकुंभ में बनाया गया है.
Maha Kumbh 2025

महाकुंभ

Maha kumbh 2025: संगम नगरी प्रयागराज में लगे महाकुंभ में आगजनी की घटना से निपटने के लिए बहुत बड़ा फायर तंत्र काम कर रहा है. अगर कहीं आगजनी की घटना होती है, तो तत्काल रूप से उस पर काबू पा लिया जाए इस तरीके का सिस्टम इस बार महाकुंभ में बनाया गया है.

महाकुंभ में बनाए गए 53 फायर स्टेशन

अखाड़े फायर स्टेशन के प्रभारी शत्रुघ्न ने बताया कि केवल अखाड़ा क्षेत्र में आठ बड़ी फायर ब्रिगेड की गाड़ियां है, 6 गाड़ियां छोटी-छोटी पॉइंट पर निश्चित है.आग मेला के किसी भी क्षेत्र में क्यों ना लगे लेकिन सभी फायर स्टेशन यानी की 53 फायर स्टेशन हमेशा अलर्ट मोड पर रहते हैं. आग लगती है या फिर कोई अप्रिय घटना होती है तो आसपास के सभी फायर स्टेशन से गाड़ियां रवाना हो जाती है जिससे कोई बड़ा हादसा ना हो सके…अखाड़े क्षेत्र में ही केवल 80 से अधिक जवान लगे हुए हैं.

फायर ब्रिगेड के जवान 24 घंटे रहते हैं मुस्तैद

आग बुझाने के लिए फायरतंत्र के पास अलग-अलग व्यवस्थाएं हैं. अगर आग बड़ी लगती है तो फायर ब्रिगेड की टीम 12000 लीटर पानी क्षमता वाली है, साथी ढाई हजार लीटर पानी कैपेसिटी वाली भी फायर ब्रिगेड की गाड़ी है. इस क्षेत्र में 24 घंटे फायर कर्मचारी अलर्ट मोड पर रहते हैं. वहीं फायर स्टेशन पर दो गाड़ी हमेशा लगी रहती है. इसमें एक गाड़ी 12000 लीटर की क्षमता वाली है, वहीं एक ढाई हजार लीटर की गाड़ी रहती है. फायर की टीम में काम करने वाले जवानों की शिफ्ट 12-12 घंटे में अदला बदली होती है.

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बुलेट फायर मोटरसाइकिल की भी सुविधा

इसके अलावा बुलेट फायर मोटरसाइकिल की भी सुविधा है. इसमें दो टैंक में 60 लीटर पानी हमेशा रहता है. यह मोटरसाइकिल एक पॉइंट पर निश्चित रहता है. अगर कोई छोटी आगजनी की घटना होती है तो उस पर तुरंत काबू पाने के लिए बुलेट मोटरसाइकिल फायर सिस्टम काम आता है. इसके साथ ही अखाड़े में फायर फाइटिंग सिस्टम भी लगी हुई है. जगह-जगह पर फायर की गाड़ियां फिक्स कर दी गई है. किसी भी घटना को बड़ी होने से हम रोक सकते हैं. 53 फायर स्टेशन महाकुंभ में बने हुए हैं और कुछ चौकिया भी बनाई गई है. 10-12 चौकिया बनाई गई है. संवेदनशीलता को देखते हुए जवानों की तनाती अलग-अलग क्षेत्र में हुई है. जिस क्षेत्र में ज्यादा भीड़ होती है उसे क्षेत्र में फायर के जवान ज्यादा तैनात किए गए.

फायर ब्रिगेड की टीम के पास फ्लोटो पंप भी हैं, यह पंप खुले पानी में काम करता है. पानी खींच कर ही आगे सप्लाई करता है. साथ ही टीम ने फायर एक्सटिंग्विशर हर अखाड़े में लगाई हुई है. बैगपैक फायर सिस्टम भी फायर ब्रिगेड की टीम इस्तेमाल करती है जिससे छोटी आगजनी पर काबू पाया जा सकता है.

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