VVIP पास रद्द करने से सख्त प्रतिंबध तक… जानें भगदड़ के बाद Maha Kumbh के 5 बड़े बदलाव
महाकुंभ मेला क्षेत्र में किए गए पांच बड़े बदलाव
Maha Kumbh Stampede: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ मेले का आयोजन किया जा रहा है. 13 जनवरी से शुरू हुए इस मेले की व्यवस्था को लेकर कई दावे किये गए. AI कैमरे, अंडर वाटर ड्रोन और ना जाने क्या क्या… लेकिन इन सब व्यवस्थाओं की पोल तब खुली जब मौनी अमावस्या पर होने वाले शाही स्न्नान से कुछ देर पहले यानी मंगलवार देर रात संगम घाट पर अचानक भीड़ बढ़ी और भगदड़ मच गई.
अब इस हादसे को लेकर सरकारी आंकड़ों में मरने वालों की संख्या 30 बताई गई है. जबकि घायलों की संख्या 80 का आंकड़ा पार कर चुकी है. व्यवस्थाओं की पोल खुलने के बाद अब शासन-प्रशासन हरकत में आई है. अब इस घटना की न्यायिक जांच से लेकर पुलिस जांच के आदेश दे दिए गए हैं. वहीं महाकुंभ में 5 बड़े बदलाव भी कर दी गए हैं. जिसके बाद अब महाकुंभ में आई भीड़ को काबू में किया जा रहा है. तो चलिए जानते हैं महाकुंभ के वो 5 बड़े बदलाव जिससे महाकुंभ में स्थिति को नियंत्रित किया जा रहा.
भगदड़ के बाद 5 बड़े बदलाव
- नो व्हीकल जोन: भगदड़ हादसे के बाद सभी प्रकार के वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है. अब महाकुंभ आने वाले तमाम वाहन को बाहर ही रोक दिया गया है.
- VVIP पास रद्द: महाकुंभ में हुए हादसे के बाद किसी भी प्रकार के VVIP पास को रद्द कर दिया गया है. महाकुंभ क्षेत्र में किसी भी स्पेशल वाहन की एंट्री पर रोक लगा दी गई है. नए नियमों के लागू होने के बाद अब कोई भी VVIP वाहन कुंभ क्षेत्र तक सीधे नहीं पहुंच पाएंगे.
- वन वे रूट्स को शुरू: महाकुंभ में एकत्रित हुई भीड़ को नियंत्रित करने के लिए वन वे रूट्स को आज से शुरू किया गया है. इसके जरिए श्रद्धालुओं की सुचारू आवाजाही को सुनिश्चित किया जा सकेगा.
- सभी तरह के वाहनों पर रोक: प्रयागराज से सटे जिलों से आने वाले वाहनों को जिले की सीमाओं पर ही रोक दिया जा रहा है.
- 4 फरवरी तक सख्त प्रतिंबध: मौनी अमावस्या पर हुए भगदड़ को देखते हुए अब वसंत पंचमी तक सभी बड़े बदलावों को ४ फरवरी तक बढ़ा दिया गया है. मौनी अमावस्या की तरह ही वसंत पंचमी पर भी शाही स्नान के लिए लोगों का हुजूम संगम घाट आएगा. इसी को ध्यान में रखते हुए शहर में सभी बदलावों को 4 फरवरी तक बढ़ा दिया गया है.
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190 विशेष ट्रेनें चलाने की योजना
भगदड़ की घटना के बाद उत्त मध्य रेलवे CPRO शशिकांत त्रिपाठी ने कहा कि स्नान के बाद बड़ी संख्या में श्रद्धालु रेलवे परिसर की ओर आ रहे हैं. ये भीड़ अब धीरे-धीरे स्टेशन की ओर बढ़ रही है. हमने दोपहर 12 बजे तक लगभग 50 उत्तर मध्य रेलवे, 13 उत्तर रेलवे और 20 पूर्वोत्तर रेलवे के माध्यम से कुल 80 से अधिक विशेष ट्रेनों का संचालन किया है.