इस जिले को कहा जाता है भारत का ‘चावल का कटोरा’, सोचा भी नहीं होगा इसका नाम!
Vistaar News Desk
पश्चिम बंगाल के इस जिले को कहा जाता है चावल का कटोरा
भारत में चावल चावल की उत्पत्ति हर राज्यों में की जाती है. वहीं चावल किसानों का आर्थिक स्रोत माना जाता है. बिरयानी और पुलाव से लेकर खीर और बाकी पारंपरिक व्यंजनों तक चावल भारतीय व्यंजनों का एक अहम हिस्सा रहा है. वहीं भारत का एक ऐसा जिला है, जिसे चावल का कटोरा कहा जाता है. भारत के पश्चिम बंगाल के बर्दवान जिले में सबसे जायदा चावल की खेती होती है, इसलिए इसे भारत का चावल का कटोरा कहा जाता है. इस जिले को यह नाम गंगा डेल्टा की उपजाऊ मिट्टी और गंगा, हुगली और महानदी जैसी नदियों और उनकी सहायक नदियों से मिलने वाले भरपूर पानी की वजह से मिला है. इन्ही प्राकृतिक संसाधनों की वजह से इस जिले में पूरे साल चावला की खेती के लिए अच्छी परिस्थितियों बनी रहती है. आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल राज्य में कई तरह के चावल उगाए जाते हैं. जैसे बासमती, अमन और औस. इन चावलों का अपना अलग स्वाद होता है और अलग खुशबू होती हैं. जानकारी के अनुसार, पश्चिम बंगाल राज्य हर साल लगभग 15 मिलियन टन चावल पैदा करता है. चावल की खेती की वजह से यहां के लोगों को रोजगार मिलता है.वहीं बढ़ते उत्पादन और अच्छी क्वालिटी की वजह से बर्दवान का चावल खाद्य सुरक्षा, ग्रामीण समृद्धि और अंतरराष्ट्रीय व्यापार में एक बड़ा योगदान दे रहा है. यहां के किसान कई पीढ़ियों से चावल पर ही निर्भर हैं.