MP का ये शहर है ‘चूने की नगरी’, यहां के पत्थर और खनिज हैं अर्थव्यवस्था की ‘जान’
रुचि तिवारी
'चूने का शहर'
प्राकृतिक सौंदर्य, इतिहास और संस्कृति के मशहूर मध्य प्रदेश में एक शहर ऐसा भी है, जिसे ‘चूने की नगरी’ कहा जाता है.MP का कटनी जिला खनिज संपदा, चूना और संगमरमर के पत्थरों के लिए मशहूर है. यहां भारी मात्रा में चूना निकलता है, जिस कारण इसे ‘चूने के शहर’ नाम से भी जाना जाता है. कटनी में संगमरमर के पत्थर भी भारी मात्रा मिलते हैं. इसके अलावा यहां बॉक्साइट और डोलोमाइट भी निकलते हैं.कटनी जिले की धरती से चूना और संगमरमर के साथ-साथ कैल्साइट, डोलोमाइट, बॉक्साइट, फायरक्ले, लेटराइट और बार्टिजन भी भारी मात्रा में निलकते हैं.कटनी जिले से निकलने वाले चूने का इस्तेमाल अलग-अलग उद्योगों में खासतौर पर सीमेंट बनाने में किया जाता है. वहीं, जिले का स्लीमनाबाद गांव देश भर में संगमरमर पत्थरों के लिए प्रसिद्ध है. बता दें कि कटनी को साल 28 मई 1998 में जबलपुर से अलग कर नया जिला घोषित किया गया था. यहां महाकौशल, बुंदेलखंड और बघेलखंड का मिश्रण देखने को मिलता है.