Asaduddin Owaisi: पाकिस्तान के रेल मंत्री ने भारत पर परमाणु हमले की धमकी दी है. इस धमकी पर AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने पाकिस्तान मुहतोड़ जवाब दिया है. पाकिस्तान और वहां के नेताओं के गिदडभबकी का जवाब देते हुए ओवैसी ने पड़ोसी मुल्क कोई ISIS जैसा बताया है.
ओवैसी ने बीजेपी पर मंदिर-मस्जिद के नाम पर देश में विवाद पैदा करने का भी आरोप लगाया. उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह के उस बयान पर सवाल उठाया जिसमें शाह ने कहा था कि 2013 का कानून न होता तो यह बिल नहीं लाया जाता.
एनडीए की सहयोगी जेडीयू ने इस बिल पर सस्पेंस बढ़ा दिया है. केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह ने कहा, "नीतीश कुमार ने मुसलमानों के लिए ढेर सारा काम किया है. हमें विपक्ष के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं. संसद में हमारा रुख साफ होगा."
Asaduddin Owaisi: होली पर मस्जिदों को ढकने और मुस्लिमों को घर में रहने की हिदायत पर AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने आपत्ति जताई है. उन्होंने कहा- 'हम भागेंगे नहीं, हम कायर नहीं हैं.'
ओवैसी ने आगे कहा, "इनकी जेल यात्रा आम लोगों के लिए एक मिसाल बन गई है, जहां अपराधी सजा से बचने के लिए विभिन्न रणनीतियां अपनाते हैं. इन नेताओं को न्याय क्यों मिल जाता है, जबकि उनके जैसे सामान्य लोगों को कड़ी सजा मिलती है, यह एक बड़ा सवाल है."
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2024 में मुस्लिम वोट बैंक की भूमिका बेहद अहम होने वाली है. दिल्ली में मुस्लिम आबादी करीब 12% है, जिसका मतलब है कि हर आठवां वोटर मुसलमान है. यह संख्या इतनी महत्वपूर्ण है कि दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों में से कई सीटों पर मुस्लिम मतदाताओं का प्रभाव निर्णायक बनता है.
CG News: छत्तीसगढ़ वफ्फ बोर्ड के फरमान के बाद छत्तीसगढ़ ही नहीं बल्कि देश में सियासत शुरू हो चुकी है. हाल ही में वफ्फ बोर्ड ने एक फरमान जारी कर प्रदेशभर के मुतवल्लियों को निर्देश दिए थे कि जुम्मे की नवाज के बाद तकरीर के लिए अनुमति लेनी होगी.
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 में इन बयानबाजियों से चुनावी माहौल और भी गर्म हो गया है. एक तरफ जहां देवेंद्र फडणवीस ने ओवैसी पर आरोप लगाए हैं, वहीं दूसरी तरफ ओवैसी ने भाजपा और उसके नेताओं के खिलाफ तीखे शब्दों में अपनी प्रतिक्रिया दी है.
Waqf Amendment Bill: सोमवार को वॉकआउट करने वाले नेताओं में असदुद्दीन ओवैसी , कांग्रेस सदस्य मोहम्मद जावेद और समाजवादी पार्टी के सदस्य मोहिबुल्लाह नदवी शामिल थे.
RSS चीफ मोहन भागवत ने कहा था कि हिंदू समाज को भाषा, जाति और क्षेत्रीय मतभेदों और विवादों को खत्म करके अपनी सुरक्षा के लिए एकजुट होना चाहिए. भागवत ने कहा कि हम प्राचीन काल से ही यहां रह रहे हैं, भले ही हिंदू शब्द बाद में आया हो.