अगर बिहार की राजनीति की बात करें, तो जयप्रकाश नारायण का नाम कौन भूल सकता है. 1974 में बिहार में 'समाजवादी आंदोलन' की शुरुआत की, जिसने पुरानी राजनीतिक धारा को बदल दिया. JP के नेतृत्व में छात्र और युवा वर्ग ने मिलकर बिहार में बदलाव की हवा चलाई. यह आंदोलन आपातकाल के खिलाफ था और बिहार में न केवल राजनीतिक जागरूकता का, बल्कि सामाजिक बदलाव का भी एक नया दौर शुरू हुआ.