द वॉन्डेरर्स मैदान के इतिहास को देखते हुए तीन तेज गेंदबाजों को खिलाना टीम इंडिया के लिए सही साबित हो सकता है. यह भी संभव है कि टीम एक स्पिनर को बाहर कर तीसरे तेज गेंदबाज को शामिल करे.
भारतीय टीम घर के बाहर 100 टी20 इंटरनेशनल मैच जीतने वाली दुनिया की सिर्फ दूसरी टीम बन गई है. इससे पहले यह कारनामा सिर्फ पाकिस्तान ने किया था, जिसने विदेशी मैदानों पर 203 मैचों में 116 मुकाबले अपने नाम किए हैं.
तिलक वर्मा ने अपने इस शतक के साथ कई रिकॉर्ड अपने नाम कर लिए. वह टी20 इंटरनेशनल में शतक लगाने वाले दूसरे सबसे युवा भारतीय बल्लेबाज बन गए.
वरुण चक्रवर्ती इस सीरीज में अपने जबरदस्त प्रदर्शन से सबका ध्यान खींच रहे हैं. अब तक खेले गए दो मैचों में उन्होंने 8 विकेट अपने नाम किए हैं, जिससे वह एक टी20 द्विपक्षीय सीरीज में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज बनने के करीब पहुंच गए हैं. यह रिकॉर्ड रविचंद्रन अश्विन और रवि बिश्नोई के नाम है.
सुपरस्पोर्ट पार्क, सेंचुरियन में भारतीय टीम का रिकॉर्ड ज्यादा अच्छा नहीं रहा है. टीम इंडिया ने इस मैदान पर केवल एक टी20 मैच खेला है, जो 2018 में हुआ था और इसमें साउथ अफ्रीका ने 6 विकेट से जीत दर्ज की थी.
भारतीय गेंदबाजों, खासकर वरुण चक्रवर्ती और रवि बिश्नोई ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए तीन-तीन विकेट चटकाए थे. कप्तान सूर्यकुमार शायद बॉलिंग कॉम्बिनेशन में कोई बदलाव नहीं करना चाहेंगे.
IND vs SA: इस सीरीज में भारतीय टीम के ऑलराउंडर रमनदीप सिंह के डेब्यू करने की संभावना है. रमनदीप सिंह का यह पहला इंटरनेशनल मैच होगा, जिससे उनके प्रदर्शन पर सभी की निगाहें टिकी होंगी.
दोनों देशों के बीच 9 टी20 सीरीज हो चुकी हैं, जिनमें से भारत ने 4 जीती हैं, अफ्रीका ने 2 सीरीज जीती हैं और 3 सीरीज ड्रॉ पर रही हैं. आखिरी बार अक्टूबर 2015 में भारतीय टीम को साउथ अफ्रीका के खिलाफ टी20 सीरीज में हार का सामना करना पड़ा था.
IND vs SA Final: पहली बार विश्व कप के किसी फाइनल मुकाबले में खेल रही दक्षिण अफ्रीका को जीत के लिए महज 30 गेंदों में 30 रन बनाने थे. लेकिन, यहां कमर तोड़ गेंदबाजी करते हुए भारतीय गेंदबाजों ने 16 डॉट गेंद फेंकी और 4 विकेट झटके.
सूर्यकुमार यादव ने अंतिम ओवर की पहली गेंद पर डेविड मिलर का जबरदस्त कैच पकड़ा. इस कैच ने एक ओर जहां छह रन रोका तो दूसरी तरफ पूरे मैच को भारत के पाले में लाकर खड़ा कर दिया.