सिर्फ बीजेपी ही नहीं, कांग्रेस भी सपा के लिए सिरदर्द बन रही है. कांग्रेस ने इन विवादों से दूरी बनाए रखी और हिंदू वोटरों को लुभाने की कोशिश की. सपा को डर है कि कहीं कांग्रेस यूपी में उसकी सियासी जमीन न छीन ले. शायद इसलिए अखिलेश अब अयोध्या की राह पकड़ने की तैयारी में हैं.
सपा नेता ने आगे कहा कि ये साफ हो जाना चाहिए कि तुम लोग बाबर की आलोचना करते हो लेकिन राणा सांगा की आलोचना नहीं करते.
67 करोड़ श्रद्धालु कुंभ आए लेकिन एक भी अपराध की घटना नहीं हुई. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, "समाजवादी पार्टी के लोग भारत की आस्था के साथ खिलवाड़ करते हैं. आपने कहा कि हमारी सोच सांप्रदायिक है लेकिन आप हमें बताएं कि हम कैसे सांप्रदायिक हो सकते हैं?"
सर्वे के अनुसार, अगर आज उत्तर प्रदेश में चुनाव होते हैं, तो भाजपा का NDA गठबंधन इंडिया गठबंधन से थोड़ा आगे रहेगा. इस ताजा सर्वे में NDA को 43 से 45 सीटों के बीच मिलने का अनुमान है, जबकि इंडिया गठबंधन (सपा और कांग्रेस) को 34 से 36 सीटों के बीच मिल सकती हैं.
अमर सिंह ने एक सशक्त और विस्तृत नेटवर्क तैयार किया, जिसमें उन्होंने कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के गठबंधन को राजनीतिक समर्थन दिलवाया. यह एक कड़ी राजनीतिक चतुराई और सहयोग का परिणाम था, जिसे उन्होंने पार्टी लाइन से ऊपर उठकर किया.
शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि भाजपा सरकार के मंत्री ने ही हमारे सदस्य पर असंसदीय शब्दों का इस्तेमाल किया और विधानसभा स्पीकर ने जो अतुल प्रधान के खिलाफ कार्रवाई की है, उसका हम विरोध करते हैं.
Uttar Pradesh By-Election: 23 नवंबर को उपचुनाव के नतीजे सामने आएंगे, लेकिन मतदान के बाद प्रदेश में सियासी घमासान अब भी घमासान जारी है. इसी बीच सपा के राष्ट्रीय महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव ने उत्तर प्रदेश के कुंदरकी, मीरापुर और सीसामऊ विधानसभा सीट पर पुनर्मतदान की मांग राखी है.
Akhilesh Yadav: उत्तर प्रदेश की 9 सीटों पर उपचुनाव 13 नवंबर को होने थे, लेकिन अब तारीख आगे बढ़ा कर 20 नवंबर कर दी गई है. इससे पहले मिल्कीपुर विधानसभा पर चुनाव को भी आगे बढ़ा दिया गया था.
UP BY Election: नसीम सोलंकी के वनखंडेश्वर मंदिर में पूजा के बाद मुस्लिम धर्मगुरु मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने इसे इस्लाम के खिलाफ बताया और उनके खिलाफ फतवा जारी किया था.
Maharashtra Assembly Election 2024: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में 9 उम्मीदवारों का नामांकन कराकर समाजवादी पार्टी ने एमवीए की टेंशन बढ़ा दी है. वहीं, एमवीए के बागी ने भी नामांकन दाखिल कर इसमें इजाफा करने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी है.