गांव के ही शाहिद मियां पर गंभीर इल्जाम लगाए गए हैं. जावेद का दावा है कि शाहिद हर साल दरगाह पर होने वाले उर्स मेले और चढ़ावे से मिलने वाली रकम में भारी हेराफेरी कर रहे हैं. लाखों रुपये की इस आमदनी का कोई हिसाब-किताब नहीं रखा गया है. इससे न केवल दरगाह की पवित्रता पर सवाल उठ रहे हैं, बल्कि वक्फ संपत्ति के प्रबंधन की पारदर्शिता भी संदेह के घेरे में है.
पिछले साल नवंबर 2024 में संभल का ये ढांचा उस वक्त सुर्खियों में आया, जब हिंदू पक्ष ने दावा ठोक दिया कि ये शाही जामा मस्जिद असल में श्री हरिहर मंदिर है. मामला चंदौसी कोर्ट से शुरू हुआ और देखते ही देखते इलाहाबाद हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया.
गिरोह के सदस्य कोड वर्ड का इस्तेमाल करते थे, जो दिखाता था कि यह सब कुछ योजनाबद्ध तरीके से किया जा रहा था. गैंग में तीन मुख्य कोड वर्ड थे, 'मीडिया', 'कारीगर' और 'आर्टिकल'. इन कोड वर्ड्स का इस्तेमाल गिरोह के विभिन्न सदस्यों के कार्यों को छिपाने के लिए किया जाता था.
गुरुवार, 27 मार्च 2025 को संभल की शाही जामा मस्जिद के प्रमुख जफर अली के मामले की सुनवाई होगी. आज महाराष्ट्र विधान परिषद की 5 सीटों पर उपचुनाव भी होंगे. कॉमेडियन समन रैना से महाराष्ट्र साइबर सेल पूछताछ करेगी. इसके अलावा आज दिन भर देश और दुनिया की सभी बड़ी खबरों से अपडेट रहने के लिए पढ़ें विस्तार न्यूज का लाइव ब्लॉग पेज.
संभल में जामा मस्जिद को लेकर उपजे विवाद के बीच होली के त्योहार के वक्त अनुज चौधरी ने ऐसा बयान दिया था, जिस पर विपक्ष लाल-पीला होने लगा था.
CM Yogi: बुलडोजर एक्शन से लेकर संभल की खुदाई तक, सीएम योगी ने कई मुद्दों पर बात की है. योगी ने मुसलमानों की सुरक्षा पर भी जवाब दिया है. इसके साथ ही उन्होंने सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर जमकर निशाना साधा है.
होली के जुलूस में आने वाली जामा मस्जिद सहित 21 मस्जिदों पर लेखपालों की तैनाती की गई है.
28 फरवरी को एएसआई ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि जामा मस्जिद के अंदरूनी हिस्से को सिरेमिक पेंट से रंग दिया गया है और फिलहाल इसे पुताई की आवश्यकता नहीं है. लेकिन मस्जिद कमेटी ने सिर्फ बाहरी दीवारों पर सफेदी और परिसर की सफाई की बात की थी, जिसे लेकर मामला अदालत में पहुंचा था.
जुमा साल में 52 बार आता है. होली साल में एक बार आती है. मुस्लिम समुदाय के किसी को लगता है कि रंग लगने से उनका धर्म भ्रष्ट हो जाएगा तो वो उस दिन घर से बाहर न निकलें.
Sambhal Survey Report: 45 दिन बाद 45 पन्नो के इस रिपोर्ट में बताया गया है कि जामा मस्जिद के अंदर मंदिर होने के प्रमाण मिले हैं. मस्जिद के अंदर दो वट वृक्ष हैं. अमूमन हिंदू धर्म के मंदिरों में ही वट वृक्ष की पूजा होती है.