ट्रंप के टैरिफ से विदेशी निवेशक (FII) घबरा गए और भारतीय बाजार से पैसा निकालने लगे. ऊपर से रुपये की कीमत भी लगातार गिर रही है, जिसने हालात को और बिगाड़ दिया. सुबह 9:45 बजे के आसपास बिकवाली का ऐसा सैलाब आया कि रिलायंस, टीसीएस और बैंकिंग शेयरों में 10-20% तक की गिरावट हो गई.
अगर बात करें बीएसई के टॉप 30 शेयरों की, तो इनमें से 28 शेयरों ने निवेशकों को सबसे ज्यादा दर्द दिया है. टाटा मोटर्स का शेयर सबसे ज्यादा गिरा, जो 35% नीचे आ गया है. इसके बाद एशियन पेंट्स (32%), पावरग्रिड (30%), और इंडसइंड बैंक (28%) के शेयर भी भारी नुकसान में रहे.
सेंसेक्स 1032 अंक गिरकर 73,580.38 के स्तर पर कारोबार कर रहा है. वहीं Nifty50 भी 273 अंक यानी 1.21% की गिरावट के साथ 22,271 के स्तर पर जा पहुंचा.
निफ्टी भी इस गिरावट से अछूता नहीं रहा. 4 फरवरी के बाद से निफ्टी ने 3.17% तक की गिरावट देखी है. पिछले मंगलवार को निफ्टी 394.95 अंक गिरकर 22,986.65 पर पहुंच गया था. 5 दिनों से निफ्टी लगातार गिरावट की ओर बढ़ रहा है और निवेशकों के लिए यह चिंता का विषय बन चुका है.
विशेषज्ञों का मानना है कि निफ्टी के लिए पहला सपोर्ट 24000 अंक पर है, और अगर यह स्तर टूटता है, तो 23800 अंक पर और मजबूत सपोर्ट हो सकता है.
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